फोटो. अब्दुल रउफ अंसारी
लोहरदगा. अंजुमन इस्लामिया लोहरदगा के सदर अब्दुल रऊफ अंसारी ने बयान जारी कर कहा है कि लोहरदगा गुमला ट्रक ओनर एसोसिएशन के कंवलजीत सिंह दो मुस्लिम ट्रांसपोर्टरों के संबंध में कुछ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. जिसकी हम निंदा करते हैं. अंजुमन के सदर श्री अंसारी ने कहा है कि ऑल बॉक्साइट माइंस जनाधिकार संघर्ष समिति जो आंदोलन कर रहा है, उनकी सभी मांगें जायज है. बिमरला बॉक्साइट माइंस के संरक्षक शिव कुमार भगत, संरक्षक इस्लाम अंसारी, अध्यक्ष राजीव उरांव सहित उस इलाके के सभी मुखिया जो आंदोलन कर रहे हैं उनका हम समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि बिमरला माइंस में जनहित को देखते हुए कंपनी के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है. श्री अंसारी ने कहा है कि दलाल बिमरला माइंस के आंदोलन से दूर रहें, अन्यथा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. श्री अंसारी ने कहा कि बॉक्साइट के परिवहन में 90 फीसदी मुस्लिम और आदिवासी शामिल हैं, फिर भी कंपनी द्वारा ना ही कोई रोजगार दिया गया और ना ही कोई काम में रखा गया. श्री अंसारी ने ट्रक ओनर एसोसिएशन के नेताओं से पूछा है कि बिमरला माइंस में ट्रक का भाड़ा प्रति टन 120 रुपया कम क्यों है? तथा एग्रीमेंट के आधार पर कंपनी किसी भी माइंस में ट्रिप नहीं दे रही है, जिससे सभी ट्रक मालिकों को काफी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है. एसोसिएशन के नेताओं द्वारा कम्पनी के द्वारा किया हुआ एग्रीमेंट की कॉपी अभी तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया. ना ही उसकी कॉपी किसी ट्रक मालिकों को देखने के लिए मिली है. इससे जाहिर होता है कि एसोसिएशन और कंपनी की आपसी मिलीभगत है. जिसके कारण ट्रक मालिकों, लोडरों, चालकों व सह चालकों का शोषण किया जा रहा है.
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