लोहरदगा में तापमान गिरने से बढ़ी कनकनी, कड़ाके की ठंड में ठिठुर रही जिंदगी
जिले में लगातार सुबह में कोहरा छाये रहने से तापमान में आयी गिरावट से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
जिले में लगातार सुबह में कोहरा छाये रहने से तापमान में आयी गिरावट से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगभग एक सप्ताह से सुबह में कोहरा छाये रहने व धूप निकलते बर्फीली हवा चलने से लोहरदगा में ठिठुरन भरी ठंड जारी है. सर्द हवाओं की वजह से दिन के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहा.
नये साल के दूसरे दिन रविवार की सुबह कोहरा छाये रहने के साथ दिन में धूप निकली, लेकिन पहाड़ों से आनेवाली बर्फीली हवाओं की वजह से उसका असर कम रहा. शाम होते ठंड में और अधिक बढ़ोतरी हुई, जिससे जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते दिखे. लोगों का एकमात्र सहारा अलाव ही बना.
कनकनी बढ़ने से मौसमी बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं. सदर अस्पताल में मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. कड़ाके की ठंड से हर तबके के लोग प्रभावित हो रहे हैं. अत्यधिक ठंड बढ़ने से बुजुर्ग व बच्चे सबसे अधिक प्रभावित है. कोहरा छाये रहने से सब्जियों की खेती को काफी नुकसान हो रहा है. किसान खेतों में लगी सब्जी को बचाने के प्रयास में जुटे है. इसके बावजूद सब्जी की खेती बर्बाद हो रही है.
ठंड की मार प्रत्यक्ष रूप से दिहाड़ी मजदूर को प्रभावित कर रहा है. रोज कमाने खाने वाले लोग ठंड के बीच शहरी बाजार में काम की तलाश में सुबह पहुंचते हैं, जिन्हें काम मिल जाता है वे किसी तरह काम कर लेते हैं. लेकिन जिन्हें काम नहीं मिलता वे ठंड को कोसते अपने घर वापस हो जाते हैं. मजदूरों ने बताया कि सुबह जल्दी खाना लेकर काम की तलाश में शहर पहुंचते है. काम बंद करने के बाद अपने घर लौटने में भी ठंड से परेशानी उठानी पड़ती है.
जरूरतमंदों के बीच गर्म कपड़े वितरित
लोहरदगा. मारवाड़ी युवा मंच महिला एकता शाखा द्वारा अध्यक्ष दीपा पोद्दार के नेतृत्व में गरीबों व बच्चों के बीच कंबल व टोपी का वितरण किया गया. मौके पर अध्यक्ष दीपा पोद्दार ने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा करने से बड़ा पुण्य कुछ भी नहीं है. मौके पर उपाध्यक्ष अंजलि सर्राफ, कोषाध्यक्ष मीणा बंका, सह सचिव मंजू मोदी आदि उपस्थित थे.