रांची : मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के परीक्षार्थियों के सिलेबस में 50 से 60 फीसदी तक की कटौती हो सकती है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा गठित कमेटी ने इसे लेकर रिपोर्ट तैयार की है. विभागीय स्तर पर सहमति मिलने के बाद सितंबर में कटौती की घोषणा हो सकती है. इसके बाद का नया सिलेबस जारी किया जायेगा.
कमेटी ने लगभग छह माह के सिलेबस में कटौती की है. सिलेबस से वैसे अध्याय हटाने को प्राथमिकता दी गयी है, जिनके बारे में विद्यार्थी पिछली कक्षाओं में पढ़ चुके हैं. इसके लिए कमेटी ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भी मदद ली है. कमेटी ने नवंबर तक के सिलेबस में कटौती का सुझाव दिया है.
प्रावधान के अनुरूप साल भर के पाठ्यक्रम को दस माह में बांटा जाता है. उल्लेखनीय है कि कमेटी का गठन जुलाई में किया गया था. प्रारंभ में कमेटी ने यह मानकर अपना प्रस्ताव तैयार किया था कि विद्यालय सितंबर मेें खुल सकते हैं. प्रारंभ में सिलेबस में 40 फीसदी तक कटौती होनी थी. केंद्र सरकार द्वारा 31 अगस्त तक विद्यालय बंद किये जाने के बाद सिलेबस में 50 से 60 फीसदी तक कटौती करने पर सहमति बनी.
स्कूल में एक दिन भी कक्षा नहीं कर पायेंगे विद्यार्थी : मैट्रिक व इंटर परीक्षा 2021 में शामिल होनेवाले विद्यार्थियों को बिना एक दिन स्कूल में क्लास किये ही परीक्षा में शामिल होना पड़ सकता है. मैट्रिक व इंटर का परीक्षा फाॅर्म नवंबर के अंत तक जमा करने की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है.
कमेटी ने अपना सुझाव नवंबर तक विद्यालय बंद होने की संभावना को देखते हुए दिया है. परीक्षा फाॅर्म जमा हो जाने के बाद मैट्रिक व इंटर के विद्यार्थियों की कक्षाएं सामान्यता स्थगित हो जाती हैं. ऐसे में वर्ष 2021 की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी एक भी दिन क्लास नहीं कर पायेंगे. उल्लेखनीय है कि राज्य में 17 मार्च से विद्यालय बंद हैं.
posted by : sameer oraon