फरक्का. शमशेरगंज प्रखंड अंतर्गत शिकदारपुर गांव के लोगों के लिए शुक्रवार की सुबह भयावह रहा. यहां देखते ही देखते करीब 10 मकान गंगा में समा गये. इस दौरान दर्जनों लोग मकानों को नदी में समाते हुए देखते रहे तो वहीं कुछ लोग इस विभीषिका को अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे. शिकारदारपुर के सफीकुल हक, मालेक शेख, खलील अंसारी, सकिना बेवा, नयन दास, जमीरूल शेख, अखरू हक, हरु शेख व सफीकुल हक आदि के घर गंगा में समाते ही वे अपने आंसू नहीं रोक पाये. सफीकुल हक ने बताया कि जिस घर को हमने खून-पसीने की कमाई से बनाया, उस को गंगा में समाता देख मन कांप उठा. इधर, इन प्रभावित लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया. साथ ही उनके लिए त्रिपाल व सूखे खाद्य सामग्री की व्यवस्था की. शमशेरगंज बीडीओ सुजीत चंद्र लोध ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के सामने हमलोग भी विवश हैं. प्रशासन प्रभावित लोगों तक हरसंभव मदद पहुंचा रहा है. मेडिकल टीम भी मौके पर मौजूद है.
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