1.5 करोड़ की सिंचाई योजना का नहीं मिल रहा लाभ
28 साल बाद भी खेतों में नहीं पहुंचा पानी पाकुड़िया : प्रखंड के बड़ासिंगपुर पंचायत अंतर्गत ब्रह्मणी नदी किनारे बेनाकुड़ा में धरातल पर उतारी गयी सिंचाई पाइप लाइन परियोजना किसानों का मुंह चिढ़ा रहा है. वर्ष 1985 में एक करोड़ 50 लाख की लागत से धरातल पर उतारी गयी योजना को चालू नहीं किये जाने […]
28 साल बाद भी खेतों में नहीं पहुंचा पानी
पाकुड़िया : प्रखंड के बड़ासिंगपुर पंचायत अंतर्गत ब्रह्मणी नदी किनारे बेनाकुड़ा में धरातल पर उतारी गयी सिंचाई पाइप लाइन परियोजना किसानों का मुंह चिढ़ा रहा है. वर्ष 1985 में एक करोड़ 50 लाख की लागत से धरातल पर उतारी गयी योजना को चालू नहीं किये जाने से खेतों में एक बूंद पानी अब तक नहीं पहुंच पाया है.
योजना तहत बेनाकुड़ा, सिंगपुर, गणपुरा, घुरनी, झुनकी आदि गांवों के लगभग पांच सौ बीघा खेती युक्त भूमि को सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए जमीन के अंदर से पाइप लाइन विस्तारीकरण किया गया. कंट्रोल पंप बनाये गये और खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए जनरेटर सहित पंप हाउस का निर्माण भी किया गया परंतु आज तक इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाया. यदि योजना को चालू किया जाता तो किसानों के खेत लहलहाते और उन्हें मजदूरी के लिए पलायन नहीं करना पड़ता. योजना के चालू नहीं होने को लेकर गांव के किसान सबसे ज्यादा स्थानीय जन प्रतिनिधियों को कोस रहे हैं.
किसान प्रेमलाल यादव, सुशांति मांझी, विनय कुमार, फटीक यादव आदि ने बताया कि जन प्रतिनिधियों ने ईमानदारी से इस योजना को चालू करवाने में ध्यान नहीं दिया जिसके कारण आज हमें सिर्फ वर्षा आधारित खेती पर निर्भर रहना पड़ रहा है. योजना तो चालू नहीं हुए परंतु इसके देख भाल के लिए दो कर्मचारियों की तैनाती की गयी और दोनों ही निकटवर्ती पश्चिम बंगाल में किराना दुकान चला रहे हैं.