बिना लीज के रैयती जमीन खोद कर बेच डाले करोड़ों के पत्थर
लीज पर दी गयी थी मात्र 24.54 एकड़ पाकुड़ : यूं तो साहिबगंज और पाकुड़ में पत्थर खनन का अवैध खेल वर्षों से चला आ रहा है. नियमों को ताक पर रख माफिया न सिर्फ उत्खनन कर रहे हैं बल्कि खनिज संसाधनों का दोहन कर दूसरे राज्यों में धड़ल्ले से भेज रहे हैं. इन माफियाओं […]
लीज पर दी गयी थी मात्र 24.54 एकड़
पाकुड़ : यूं तो साहिबगंज और पाकुड़ में पत्थर खनन का अवैध खेल वर्षों से चला आ रहा है. नियमों को ताक पर रख माफिया न सिर्फ उत्खनन कर रहे हैं बल्कि खनिज संसाधनों का दोहन कर दूसरे राज्यों में धड़ल्ले से भेज रहे हैं. इन माफियाओं को न तो प्रशासन का भय है और न ही सरकार का. इस कारण सरकार को हर दिन लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है. इन सबके पीछे एक सुनियोजित रैकेट काम कर रहा है. जिसकी पहुंच प्रशासन से लेकर सरकार के बड़े-बड़े नुमाइंदे तक है.
ऐसा ही एक ज्वलंत मामला पाकुड़ के हिरणपुर में प्रकाश में आया हैं. जहां फतेहपुर के आस-पास की रैयती जमीन पर बिना लीज के ही पत्थर माफियाओं ने करोड़ों के पत्थर का उत्खनन कर बेच डाला है.
लीज से अधिक जमीन पर खोद कर निकाल लिया पत्थर : मिली जानकारी के मुताबिक फतेहपुर व आस-पास के मौजा में खनन विभाग ने विभिन्न एजेंसियों को कुल 24.54 एकड़ जमीन लीज पर दी गयी है. लेकिन जो मामले प्रकाश में आये हैं, उसके मुताबिक लीज अधिक जमीन माफियाओं ने खोद डाले और पत्थर खनन कर करोड़ों के वारे-न्यारे कर लिये हैं.
किसे कितनी मिली जमीन : एचसीसी को सरकारी जमीन पर प्लॉट संख्या-228पी पर 13.67 एकड़, प्रीतम जायसवाल को सरकारी जमीन प्लॉट संख्या 228पी पर 4 एकड़, लोकनाथ प्रसाद भगत को रैयत की जमीन पर प्लॉट संख्या 271 से 280 तक कुल 4.8 एकड़ तथा जयंत कुमार उर्फ टार्जन को रैयती जमीन प्लॉट संख्या-261 व 262 पर 2.07 एकड़ जमीन लीज पर दी गयी है. सरकारी नक्शे के मुताबिक जिस स्थान पर जयंत कुमार को लीज विभाग की ओर से दी गयी है, ठीक उससे सटे जयंत कुमार व एचसीसी के बीच प्लॉट संख्या 263 है. एचसीसी व आस-पास के लीज धारकों द्वारा पत्थरों की खुदाई की गयी है, 263 नंबर प्लॉट वर्तमान में खदान का रूप ले लिया है. इस प्लॉट पर ही पत्थर माफियाओं ने बिना लीज उत्खनन कर रहे हैं.
रैयतों ने की कार्रवाई की मांग : रैयतों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर आशंका जतायी है कि बिना सीमांकन कराये लीज धारक जमीन की धड़ल्ले से खुदाई कर रहे हैं. रैयतों ने पूरे मामले की जांच और सीमांकन करके दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.