अवैध खनन : लिट्टीपाड़ा सिमलौंग क्षेत्र के सुरंगों से निकाला जा रहा कोयला, जनवरी से अब तक गयी दो की जान
पाकुड़ : एसडीओ ने अपने सुपुर्द किये गये जांच रिपोर्ट में कहा है कि पूरा इलाका वन विभाग का है. जिस क्षेत्र में खदान बना हुआ है उसमें काफी जंगल है. पूर्व में भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी है. इन खदानों को बंद करने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में एसडीओ श्री देव […]
पाकुड़ : एसडीओ ने अपने सुपुर्द किये गये जांच रिपोर्ट में कहा है कि पूरा इलाका वन विभाग का है. जिस क्षेत्र में खदान बना हुआ है उसमें काफी जंगल है. पूर्व में भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी है. इन खदानों को बंद करने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में एसडीओ श्री देव ने कहा है कि यदि जेसीबी से सुरंग को बंद किया जाता है तो जंगल में रास्ता बन जायेगा और इससे माफिया को और भी मौका मिल जायेगा. रास्ता तैयार होने से कोयला व मिट्टी की चोरी की घटना में वृद्धि होगी. कहा है कि खदान को बंद करने के लिए 150 लोगों की आवश्यकता बतायी है. बहरहाल देखना है कि इस बार भी विभाग इस दिशा में कोई ठोस पहल कर पाती है या फिर एक बार महज खानापूर्ति ही करती है.
एसडीओ ने सौंपी उपायुक्त को जांच रिपोर्ट
चाल धंसने से हुई एक बच्ची की मौत मामले में उपायुक्त के निर्देश पर जांच पूरा करने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार देव ने उपायुक्त को रिपोर्ट सौंप दी है. जांच रिपोर्ट में एसडीओ ने कहा है कि 12 अप्रैल को दिन करीब 11 बजे लिट्टीपाड़ा प्रखंड के डमरू गांव की लगभग आधा दर्जन महिलएं व बच्चे सिमलौंग ओपी थाना क्षेत्र के जोगिया घघरी के समीप कुआंनुमा बने खदान से गुल बनाने के लिए कोयला के चूर्ण व घर पोताई के लिए काली मिट्टी को निकालने गयीं थी.
अचानक चाल धंसने से डमरू गांव की एक 13 वर्षीय लड़की तालामय हांसदा के दब जाने से उसकी मौत हो गयी. जबकि एक महिला हल्की रूप से जख्मी हो गयी थी. घटना स्थल पर मौजूद महिला बिटीमय टुडू, अनिता सोरेन, मीरू मुर्मू, डेमाय टुडू, देवीलाल हांसदा व सुनीता सोरेन के अलावे अन्य ग्रामीण मौजूद थे. ग्रामीण के मुताबिक एक बच्ची की चाल धंसने से मौत हुई है.
-पुलिस इस तरह की घटना पर अंकुश लगाने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. वन विभाग व खनन विभाग को भी इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है.
शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल, एसपी
-चाल धंसने से एक 13 वर्षीय बच्ची की मौत हुई है. जंगल में बने सुरंगों व खदानों को बंद करने की आवश्यकता है. इसे लेकर जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंप दी गयी है.
जितेंद्र कुमार देव,अनुमंडल पदाधिकारी