पुलिस व प्रशासन की सक्रियता से टली जमीन विवाद में होने वाली मोड़े मांझी

अमड़ापाड़ा : जमीन दखल से उपजा विवाद इतना बढ़ गया कि गांव में मोड़े मांझी की नौबत आ गयी. शुक्रवार को मोड़े मांझी की घटना फिलवक्त टल गयी है. मामले को लेकर थाना परिसर में लोगों की काफी भीड़ रही. दोनों पक्षों के लोगों का भारी हुजूम थाने में पहुंचा था. मिली जानकारी के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2018 6:39 AM

अमड़ापाड़ा : जमीन दखल से उपजा विवाद इतना बढ़ गया कि गांव में मोड़े मांझी की नौबत आ गयी. शुक्रवार को मोड़े मांझी की घटना फिलवक्त टल गयी है. मामले को लेकर थाना परिसर में लोगों की काफी भीड़ रही. दोनों पक्षों के लोगों का भारी हुजूम थाने में पहुंचा था. मिली जानकारी के अनुसार मामला अंचल के जामुगड़िया पंचायत के नोनी गांव में अपने ही लोगों द्वारा जमीन हड़पने का है. उक्त मामले में नोनी गांव की विधवा महिला धनमुनि बासकी से जुड़ा है.

महिला के बेटे और पति के स्वर्गवास के पश्चात सगे संबंधियों ने जमीन पर जबरन कब्जा किया है. महिला ने बताया कि इसके बाद जमीन के कागजात के साथ लिखित रूप में पुलिस अधीक्षक पाकुड़ से मदद की गुहार लगायी है. इसके उपरांत अनुमंडल पदाधिकारी ने अमड़ापाड़ा अंचलाधिकारी सफी आलम एवं स्थानीय पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा है. इस संबंध में सीओ सफी आलम ने बताया कि नोनी मौजा के जमाबंदी संख्या 12 के रकवा 40 बीघा से जुड़ा मामला है. मोड़े मांझी की सूचना मिली थी इसलिए 31 मई को गांव गया था. इसमें दूसरे पक्ष ने खुद को घिरते देख स्थानीय प्रशासन को इसकी गलत सूचना दी थी.

जिला उपाध्यक्ष कमलाकांत मुर्मू, महेशपुर अंचल अध्यक्ष जितेंद्र हेंब्रम भी मौके पर मौजूद दिखे. अध्यक्ष ने बताया की मामला घरजमाइ का है और विधवा महिला का अधिकार बनता है. आगे बताया की महेशपुर अंचल के तसरिया में 51 बीघा जमीन पर दोनों पक्ष आधे-आधे हिस्से पर खेती कर रहे हैं. वहीं थाना प्रभारी सुकुमार टुडू ने कहा कि गांव में पुलिस कैंप कर रही है और स्थिति सामान्य है.

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