महेशपुर/राजमहल/पाकुड़ : महेशपुर के डांगापाड़ा व राजमहल के मुग्लानीचक में प्रतिबंधित पशु की हत्या मामले की जांच करने पहुंची पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों पर ग्रामीणों ने पथराव किया. पुलिस ने उग्र लोगों को तितर बितर करने के लिए अश्रुगैस के गोले छोड़े, वहीं उग्र भीड़ की ओर से पुलिस पर फायरिंग की जाने लगी और बम फेंके गये.
इसके बाद पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी. दोनों ओर से हुई फायरिंग में एक व्यक्ति घायल हो गया. वहीं पथराव में हिरणपुर के थाना प्रभारी अवधेश कुमार सिंह तथा हवलदार हरेराम मिश्रा समेत पांच जवान घायल हो गये.भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
घटना की सूचना मिलने पर डीसी दिलीप कुमार झा व एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल करीब दो बजे घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने एक वर्ग विशेष के लोगों को समझाने का प्रयास किया. लोगों के अड़े रहने के कारण इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है. कुल आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है
राजमहल में भी शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश
राजमहल थाना क्षेत्र के मुग्लानीचक में प्रतिबंधित पशुओं की हत्या करने की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा. थाना प्रभारी चंदन कुमार ने इसकी सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारियों को दी. इसके बाद एसडीओ, एसडीपीओ सदल-बल गांव पहुंचे. पदाधिकारियों ने उग्र भीड़ को समझा बुझा कर शांत कराया.
इसके बाद प्रतिबंधित मांस को कब्जे में लेकर थाना लाया गया. खबर लिखे जाने तक प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी उदय शंकर गोस्वामी के बयान पर एक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही थी. प्रतिबंधित मांस को जांच के लिए लैब भेजा गया है.