40 साल बाद साइमन मरांडी को मिली लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से शिकस्त
प्रतिनिधि, पाकुड़लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर पहली बार 40 साल बाद साइमन मरांडी को अपने ही पुराने दल झारखंड मुक्ति मोरचा से शिकस्त मिली. पूर्व मंत्री सह विधायक साइमन मरांडी लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट से पहली बार निर्दलीय चुनाव जीते थे. श्री मरांडी के अलावे उनकी पत्नी सुशीला हांसदा का इस सीट पर 2009 के चुनाव तक […]
प्रतिनिधि, पाकुड़लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर पहली बार 40 साल बाद साइमन मरांडी को अपने ही पुराने दल झारखंड मुक्ति मोरचा से शिकस्त मिली. पूर्व मंत्री सह विधायक साइमन मरांडी लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट से पहली बार निर्दलीय चुनाव जीते थे. श्री मरांडी के अलावे उनकी पत्नी सुशीला हांसदा का इस सीट पर 2009 के चुनाव तक कब्जा रहा था. उन्हें शिकस्त देने वाले डॉ अनिल मुर्मू वर्ष 2004 में एवं 2009 में मरांडी से ही पराजित हुए थे. इस बार के चुनाव में श्री मरांडी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और काफी मतों के अंतर से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. यहां उल्लेखनीय है कि श्री मरांडी बीते लोकसभा चुनाव में अपने पुत्र दिनेश विलियम मरांडी को राजमहल संसदीय क्षेत्र से झामुमो का टिकट नहीं देने की वजह से न केवल पार्टी छोड़ दी वरन उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. अपनी हार के बाद श्री मरांडी ने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के साथ हार के कारणों की समीक्षा करेंगे. उन्होंने कहा कि जनता ने जो जनादेश दिया है हम उसका आदर करते हैं.—————————-फोटो संख्या 2चिंतित मुद्रा में पूर्व मंत्री साइमन मरांडी.