सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के 289 व 3518 लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच
शहर के पुराना सदर अस्पताल परिसर में शनिवार का आयोजित हेल्थ हूल महोत्सव में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इस दौरान 3518 लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई.
पाकुड़. शहर के पुराना सदर अस्पताल परिसर में शनिवार का आयोजित हेल्थ हूल महोत्सव में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इस दौरान 3518 लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई. हेल्थ हूल महोत्सव शिविर में 289 लोगों में संभावित सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की गयी. वहीं 451 लोगों की नेत्र जांच की गयी. 75 लोगों की ट्यूबरक्लोसिस, 16 का मलेरिया, 115 लोगों में सिकलसेल, 2017 लोगों का जनरल चेकअप, 91 लोगों की एनसीडी, 401 लोगों की फैमिली प्लानिंग की जांच की गयी और आवश्यक सलाह देये गये. वहीं शिविर में 63 लोगों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया. इस दौरान स्वास्थ्य समिति की ओर से पत्रिका निरामया स्वास्थ्य दर्पण का भी विमोचन किया गया. हेल्थ हूल महोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड वीमेंन्स डॉक्टर्स विंग आइएमए एवं जिला प्रशासन पाकुड़ के संयुक्त तत्वाधान में हुआ. महोत्सव का शुभारंभ महेशपुर विधायक प्रो स्टीफन मरांडी, डीसी मनीष कुमार, एसपी प्रभात कुमार, आइएमए वीमेन डॉक्टर्स विंग की प्रदेश अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप, जिप अध्यक्ष जूली खिष्टमणि हेंब्रम, डीडीसी महेश कुमार संथालिया, सीएस डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने संयुक्त रूप से किया.
उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मी किये गये सम्मानित
कार्यक्रम में डीसी मनीष कुमार व अन्य अतिथियों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया. इस दौरान उन्हें प्रशस्ति-पत्र और मेमेंटो देकर सम्मानित किया गया. सम्मानित किये जाने वालों में सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ मनीष कुमार, डॉ अमित, एमओआइसी अमड़ापाड़ा मो खालिद अहमद, सीएचओ, जीएनएम, एएनएम, एमपीडब्ल्यू एवं सहिया शामिल हैं. डीसी ने कहा कि सबों के प्रयास से ही जिले का विकास संभव है. यदि सबों का प्रयास रहा तो पाकुड़ को बहुत जल्द ही राज्य में एक नंबर स्थान पर लाया जायेगा. यहां कि शिक्षा, स्वास्थ्य सुदृढ़ हो, इसको लेकर निरंतर प्रयास किया जा रहा है.
कई विभागों के लगे थे स्टॉल
हेल्थ हूल महोत्सव में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों की जांच के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे. काउंटर में रजिस्ट्रेशन के माध्यम से मरीजों की जांच की जा रही थी. मेले में स्वास्थ्य विभाग के अलावा सड़क सुरक्षा, आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड समेत अन्य कैंप लगाये गये थे, जहां लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी.
पीवीजीटी स्कूली बच्चों को दिया गया किट
पीवीजीटी स्कूली बच्चों को जिला प्रशासन की ओर से टीएलएम किट दिया गया. डीसी ने कहा कि पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है. स्कूली बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जांच कर उन्हें आवश्यक दवाइयां, डेंटल किट और स्कूल से संबंधित किट दिया जा रहा है.डीसी ने किया रक्तदान
हेल्थ हूल महोत्सव शिविर में डीसी मनीष कुमार ने ब्लड बैंक में रक्तदान किया. कहा कि रक्तदान महादान है. रक्तदान के लिए सभी को बढ़-चढ़ कर आगे आना चाहिए. जिले की जनसंख्या का एक प्रतिशत यूनिट ब्लड बैंक में हमेशा उपलब्ध होना चाहिए, जिससे जिलावासियों को गंभीर बीमारी या आपात स्थिति के समय ब्लड की कमी पूरी की जा सके. ब्लड की कमी वालों के लिए जरूरत की पूर्ति जीवनदान जैसा है.अतिथियों ने क्या कहा
वह दिन दूर नहीं जब पाकुड़ जिले के लोगों को इलाज के लिए बंगाल नहीं जाना पड़ेगा. बहुत जल्द जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा. डॉक्टरों की कमी को दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है. अभी डॉक्टर की कमी के कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.-प्रो स्टीफन मरांडी, विधायक
पिछले 33 वर्षों से स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत हूं. 10 साल से सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के लिए मुहिम चलाई जा रही है. इसमें जननांग संबंधी सूजन की शत प्रतिशत महिलाओं का दवा से इलाज करना है. क्योंकि जननांग संबंधी सूजन ही आगे चलकर सर्वाइकल कैंसर का रूप लेती है. दृष्टि सुरक्षा अभियान के तहत आंखों की बीमारियां जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, कॉर्निया और रेटिना की जो बीमारियां हैं उन सभी की रांची स्थित एनएबीएच क्वालिटी की सर्वोच्च मान्यता प्राप्त कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड मुफ्त इलाज किया जायेगा. ग्रामीण इलाकों की महिलाएं प्रजनन स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक हुईं हैं. इस प्रकार के हूल महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य स्थानीय लोगों को स्थानीय अस्पताल में इलाज उपलब्ध करवाना है.-डॉ भारती कश्यप
हेल्थ हूल महोत्सव से शहरी के साथ ग्रामीण इलाकों के मरीजों के इलाज में सहूलियत हुई है. लोगों की इलाज संबंधी समस्याओं का समाधान इस महोत्सव में मिला है. जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए प्रयास किया जा रहा है. विद्यालयों में कैंप लगा कर लगभग 30 हजार बच्चों की जांच की गयी. उन्हें दवाइयां दी गयी. दिव्यांगों के लिए भी जिले भर में कैंप लगाया गया. 662 दिव्यांग लोगों की जांच कर सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है. जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है.-मनीष कुमार, डीसी
स्वास्थ्य अच्छा है तो आपका सब अच्छा है. स्वास्थ्य ही धन है. आप सभी अपने स्वास्थ्य का जरूर ध्यान रखें. प्रतिदिन व्यायाम जरूर करें, रेगुलर बॉडी चेकअप करायें. आप जब भी बाइक चलाएं तो हेलमेट जरूर पहनें. फोर व्हीलर चलायें तो सीट बेल्ट का उपयोग अवश्य करें. इस हेल्थ हूल महोत्सव के आयोजन से लोगों को इलाज में काफी मदद मिलती है.-प्रभात कुमार, एसपी
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