आके::::: पेट दर्द व बुखार की दवा पर निर्भर हैं सदर अस्पताल के मरीज
फोटो संख्या 4- सोनाजोड़ी स्थित सदर अस्पताल.फोटो संख्या 3 – दवा काउंटर पर मरीजों को दवा देता कर्मी. चिकित्सकीय परामर्श के बाद छह किलोमीटर की दूरी तय कर दुकानों से मरीजों को खरीदना पड रहा है दवा. संवाददाता, पाकुड़ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा इन दिनों जिले के मरीजों को सदर अस्पताल में भुगतना […]
फोटो संख्या 4- सोनाजोड़ी स्थित सदर अस्पताल.फोटो संख्या 3 – दवा काउंटर पर मरीजों को दवा देता कर्मी. चिकित्सकीय परामर्श के बाद छह किलोमीटर की दूरी तय कर दुकानों से मरीजों को खरीदना पड रहा है दवा. संवाददाता, पाकुड़ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा इन दिनों जिले के मरीजों को सदर अस्पताल में भुगतना पड़ रहा है. स्वस्थ झारखंड सुखी झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के दावे का आलम यह है कि यहां प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में आने वाले मरीजों को बीमारी के अनुरूप दवा नहीं मिल पा रही. अस्पताल में फिलवक्त वेैसे ही मरीज दवा का लाभ ले पा रहे हैं जिन्हें या तो पेट में दर्द है या बुखार. इन दिनों दवा की कमी के कारण जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को छह किलोमीटर की दूर जाकर अन्य दवाएं खरीदनी पड़ रही है. दवा अस्पताल में नहीं रहने से मरीज परेशान हैं और स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता का आलम यह है कि आवंटन की कमी का रोना कर्मी से लेकर सिविल सर्जन तक रो रहे हैं. यहां उल्लेखनीय है कि जिले के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सरकार द्वारा सोनाजोड़ी में सदर अस्पताल खोला गया. यहां जिला मुख्यालय के अलावे जिले के अन्य प्रखंडों के मरीजों सहित निकटवर्ती जिलों के मरीज सदर अस्पताल पहुंचते हैं. दवा की कमी के कारण इन दिनों मरीज काफी परेशान हैं. ——————————————————-क्या कहना है सीएस कासदर अस्पताल में बहुत सारी दवाएं है लेकिन कुछ दवा की कमी भी है. दवा की खरीदारी के लिए आदेश दिये गये हैं और तीन चार दिनों के अंदर आपूर्ति कर दी जायेगी. अप्रैल 2014 में पांच लाख रुपये दवा क्रय मद में मिले थे और उसके बाद आवंटन नहीं आया. जिले में 15 से 20 लाख रुपये दवा के क्रय को लेकर आवंटन की जरूरत है. उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ शिवशंकर हरिजन ने कही.