पाकुड़. शहर के गुरुद्वारा में सोमवार को गुरु गोविंद सिंह की 358वीं जयंती मनाई गयी. इसमें सिख समाज समेत आसपास के लोग शामिल हुए. कीर्तन पाठ कर गुरु गोविंद सिंह की जयंती मनाई गयी. कोलकाता से आए जसवंत सिंह ने कीर्तन पाठ किया. मौके पर गुरुद्वारा के ग्रंथी प्रेम सिंह मौजूद रहे. गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र पाल सिंह उर्फ रंजू ने बताया कि सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है. इनकी जयंती पर 48 घंटे का अखंड पाठ किया जाता है. गुरुजी का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना साहिब में हुआ था. उनके जीवन, बलिदान, संघर्ष और धार्मिक शिक्षा की मिसाल है. 1699 में उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की, जो आज भी सिख समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत है. बताया कि इस मौके पर लंगर का आयोजन किया गया. वहीं छोटे बच्चों के बीच कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया है. प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को कमेटी की ओर से पुरस्कृत किया जायेगा. मौके पर, हरीश खत्री, उपेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, निखिल बेरानी, मंजीत कौर, पूनम कौर, परमजीत कौर, रिंपी कौर आदि मौजूद रहे.
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