सिंचाई सुविधा को तरसे रहे किसान

पतना : झारखंड गठन के बाद पहली बार हुए पंचायत चुनाव से लोगों में आस जगी थी कि अब क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा.लेकिन पंचायत चुनाव के साढ़े चार साल बीतने के बावजूद भी क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नसीब नहीं हो पायी. पतना प्रखंड के शिवापहाड़ पंचायत में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2015 11:20 AM
पतना : झारखंड गठन के बाद पहली बार हुए पंचायत चुनाव से लोगों में आस जगी थी कि अब क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा.लेकिन पंचायत चुनाव के साढ़े चार साल बीतने के बावजूद भी क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नसीब नहीं हो पायी.
पतना प्रखंड के शिवापहाड़ पंचायत में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. पंचायत के ज्यादातर लोग खेती-बाड़ी कर अपना जीवन यापन करते हैं. लेकिन क्षेत्र के किसानों को समुचित सिंचाई की सुविधा नहीं मिल रही है. इस कारण किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं कृषि विभाग द्वारा भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता है. वहीं पंचायत में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी हाल बुरा है.
पंचायत में उप स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन अधिकतर बंद ही रहता है. इस कारण क्षेत्र के लोगों को इलाज कराने में परेशानी होती है. शिक्षा के मामले में भी पंचायत काफी पिछड़ा है. पंचायत में विद्यालय तो है लेकिन शिक्षक की कमी के कारण पंचायत के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है. पंचायत के शिवापहाड़ गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 387 बच्चे नामांकित हैं. लेकिन विद्यालय में एक प्रधान शिक्षक व सिर्फ दो पारा शिक्षक हैं. वहीं गरमी शुरू होते ही पंचायत में पेयजल की समस्या भी गहरा जाती है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में चापाकल की स्थिति काफी दयनीय है. कई चापानल खराब हैं. क्षेत्र के लोगों को अब तक इंदिरा आवास का लाभ नहीं मिला है. अभी भी अधिकांश परिवार झोपड़ी में रहते हैं. काफी कम लोगों को इंदिरा आवास मिला है. पंचायत में सड़क की स्थिति भी काफी जर्जर है. ग्रामीणों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस पंचायत में कुल पांच हैं. जिनमें अठगांवा, कुंवरपुर, चुटिया, बड़तल्ला व शिवापहाड़ हैं. पंचायत में 70 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है.

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