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डीसी ने पूछा महेशपुर बीडीओ से स्पष्टीकरण

प्रतिनिधि, पाकुड़जिले के महेशपुर प्रखंड के बीडीओ सदानंद महतो से डीसी केके दास ने स्पष्टीकरण पूछा है. उक्त कार्रवाई बीते 16 मार्च को महेशपुर प्रखंड के कानीझारा, अभुआ एवं महेशपुर पंचायत में जांच के दौरान मनरेगा सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में पायी गयी गड़बड़ी को लेकर की गयी है. डीसी श्री दास ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2015 7:03 PM

प्रतिनिधि, पाकुड़जिले के महेशपुर प्रखंड के बीडीओ सदानंद महतो से डीसी केके दास ने स्पष्टीकरण पूछा है. उक्त कार्रवाई बीते 16 मार्च को महेशपुर प्रखंड के कानीझारा, अभुआ एवं महेशपुर पंचायत में जांच के दौरान मनरेगा सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में पायी गयी गड़बड़ी को लेकर की गयी है. डीसी श्री दास ने बताया कि जांच के दौरान मनरेगा के तहत ग्रेड वन एवं मिट्टी मोरम सड़क में काम कम किये गये थे और राशि का भुगतान ज्यादा कर दिये जाने, एफटीओ से मजदूरी का भुगतान दिखाने के बावजूद मजदूरों को नगद भुगतान करने, बन रहे सड़क पर रोलर नहीं चलाने आदि गड़बडि़यां पायी गयी थी और उक्त गड़बडि़यों में सुधार लाने सहित अन्य विंदुओं पर बीडीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है. डीसी ने बताया कि मनरेगा मजदूरों के भुगतान मंे पायी गयी गड़बड़ी को लेकर डाक विभाग के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. डीसी ने बताया कि महेशपुर प्रखंड के 33 पंचायतों में अधिकारियों की टीम गठित कर योजनाओं की जांच करायी गयी थी और टीम में शामिल अधिकारियों द्वारा अपना जांच प्रतिवेदन भी जमा किया गया है. जमा रिपोर्ट के अवलोकन के उपरांत योजनाओं के क्रियान्वयन में की गयी गड़बड़ी में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि प्रशासन का मकसद अधिकारियों को परेशान करना नहीं बल्कि योजनाओं का पारदर्शी तरीके से धरातल पर क्रियान्वयन कराना है.————————–मामला जांच के दौरान कानीझारा, महेशपुर एवं अभुआ पंचायत में पायी गयी गड़बड़ी का.

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