धड़ल्ले से हो रहा अवैध उत्खनन
अवैध खदान व क्रशर संचालक बेखौफ पाकुड़ : जिले में अवैध खदान व क्रशर का संचालन धड़ल्ले से जारी है. खनन विभाग के नियमों को ताक पर रख कर पत्थर उत्खनन कार्य में लगे माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से उपरोक्त कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूरे जिले […]
अवैध खदान व क्रशर संचालक बेखौफ
पाकुड़ : जिले में अवैध खदान व क्रशर का संचालन धड़ल्ले से जारी है. खनन विभाग के नियमों को ताक पर रख कर पत्थर उत्खनन कार्य में लगे माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से उपरोक्त कार्य को अंजाम दिया जा रहा है.
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूरे जिले में कुल 224 खदान व क्रशर संचालित हैं. उपरोक्त खदान व क्रशर पट्टा परिसमाप्त,परित्याक्त व नवीकरण लंबित पट्टों के बावजूद संचालित हैं. हालांकि ऐसे खदानों को सूचीबद्ध कर विभागद्वारा समय-समय पर अभियान चला कर खानापूर्ति भी की जाती है. परंतु इसका ठोस नतीजा आता नहीं दिखता है.
विभाग ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र
खनन विभाग की ओर से जिला खनन कार्यालय पाकुड द्वारा अपने पत्रंक 876/एन 0 दिनांक 23.07.2014 को सभी थाना प्रभारियों को पट्टा परिसमाप्त,परित्याक्त,नवीकरण लंबित पट्टों पर निगरानी के लिए भेजा चुका है.
पत्र के माध्यम से थाना प्रभारियों को वैसे पत्थर खदानों व क्रशरों की सूची भी उपलब्ध कराई गई है.जिनका पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र का समय समाप्त हो चुका है.विभाग के सूचना के बाद भी अब तक किसी भी थाना क्षेत्र में कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है.सूत्रों की मानें तो ऐसे अवैध खदान के संचालन को लेकर विभाग सहित स्थानीय प्रशासन को खदान माफियाओं द्वारा मोटी रकम मुहैया कराई जाती है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
सहायक खनन पदाधिकारी पाकुड़ चिंतामणी महतो ने कहा कि जिले क्षेत्र के 200 क्रशर मालिकों द्वारा पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु आवेदन दिया गया है. जहां तक अवैध पत्थर उत्खनन का मामला है उन्हें चिह्न्ति कर कार्रवाई की जायेगी.