स्कूल के पास ही बनायें विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल : रघुवर
चौपाल. लिट्टीपाड़ा में रघुवर ने सुनीं समस्याएं, बाेले राज्य में और 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी लिट्टीपाड़ा(पाकुड़) : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत निपनिया गांव में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों के साथ बैठक की़ ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया़ सीएम श्री दास ने […]
चौपाल. लिट्टीपाड़ा में रघुवर ने सुनीं समस्याएं, बाेले
राज्य में और 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी
लिट्टीपाड़ा(पाकुड़) : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत निपनिया गांव में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों के साथ बैठक की़ ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया़
सीएम श्री दास ने कहा कि राज्य में खाली पदों पर बहाली के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. हाल ही में 17 हजार शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया पूरी किये जाने के बाद अब पुन: 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जानी है. वर्ष 2008 में पहाड़िया पुलिस बटालियन को बहाल करने की घोषणा सरकार ने की थी. अब दो पहाड़िया बटालियन की नियुक्ति होगी.
मानदेय पर बहाली होगी : मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा दिये जाने को लेकर खास कर पहाड़ी क्षेत्रों में गांव के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को मानदेय के आधार पर (जिले के उपायुक्त स्तर से विज्ञापन के माध्यम से साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरा कर) बहाल किया जायेगी.
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को तत्काल उपरोक्त प्रक्रिया के दौरान ही शिक्षकों का चयन कर दूर किया जायेगा. उन्होंने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पहाड़ी क्षेत्रों में बसने वाले पहाड़िया व आदिवासी समुदाय के बच्चों के लिए स्कूल के समीप ही छात्रावास की व्यवस्था करायें. इसके लिए आवश्यकतानुसार सर्वे कर सरकार को रिपोर्ट भेजें. स्वास्थ्य विभाग में भी मानदेय के आधार पर एएनएम की बहाली करने की बात कही़
तीन साल के अंदर पेयजल समस्या होगी दूर : राज्य में उत्पन्न पेयजल समस्या को लेकर सीएम ने कहा कि पीएचइडी के अधिकारियों से पेयजल समस्या को स्थायी तौर पर दूर करने के लिए एक बड़ा प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा गया था. इस पर विभाग ने 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार कर सरकार को भेजा है.
प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगभग तीन साल लगेंगे. इसके बाद नदियों से पाइप लाइन के माध्यम से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करायी जायेगी. इस बीच विभाग को जगह-जगह डीप बोरिंग कर टैंकर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था कराये जाने का निर्देश दिया गया है.