तस्करी . प्रखंड में नहीं थम रहा लकड़ी व कोयले का अवैध कारोबार
खुफिया रास्तों से हो रहा अवैध धंधा लकड़ी, कोयला, जड़ी बुटियां, पत्थर, सोना, जाली नोट आिद के काले धंधे के लिए पाकुड़ का इलाका शुरू से चर्चित रहा है. थोड़ी लगाम लगने के बाद अब तस्कर खूफिया रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं. महेशपुर : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड में अवैध रूप […]
खुफिया रास्तों से हो रहा अवैध धंधा
लकड़ी, कोयला, जड़ी बुटियां, पत्थर, सोना, जाली नोट आिद के काले धंधे के लिए पाकुड़ का इलाका शुरू से चर्चित रहा है. थोड़ी लगाम लगने के बाद अब तस्कर खूफिया रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
महेशपुर : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड में अवैध रूप से लकड़ी और कोयले का धंधा रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है. लकड़ी और अवैध कोयला पश्चिम बंगाल ले जाकर बेचने के लिए महेशपुर सेफ जोन बना हुआ है. समय-समय पर वन विभाग द्वारा ठेलों और साइकिल पर लदे कुछ लड़कियों को जब्त कर कारवाई की गयी है पर ये सभी कार्रवाई मुख्य सड़क के ईद -गिर्द ही हुई है. सूत्रों की मानें तो लकड़ी और अवैध कोयले का असली खेल प्रखंड के खुफिया रास्तों के माध्यम से चलता है.
इस संबंध में सबसे अहम तथ्य यह है कि कोयला और लकड़ी के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल कर कई छुटभैये तथाकथित लोग धौंस दिखाकर पैसे भी वसूलते हैं. इस संबंध में थाना प्रभारी महेशपुर रंजीत कुमार सिंह कहा कि अवैध वसूली करते पाये जानेवालों के प्रति पुलिस प्रशासन सख्त है. रोजाना करीब सौ से दो सौ से अधिक अवैध कोयला लदी साइकिलें खुफिया रास्तों से पश्चिम बंगाल की ओर जाती है. प्रखंड के सैकड़ों ईंट भट्ठों का अस्तत्वि भी इसी अवैध कोयले के भरोसे टिका है. अवैध लकड़ी के धंधे की बाबत वन विभाग के रेंजर किशोर कुमार से मोबाइल पर जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
सहायक खनन पदाधिकारी सुरेश शर्मा से मोबाइल पर जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि वे जिला मुख्यालय से बाहर हैं. अवैध रूप से चल रहे कोयले के धंधे की बावत जानकारी नहीं है. अगर ऐसा अवैध धंधा चल रहा है तो छापेमारी अभियान चलाकर कार्रवाई की जायेगी.