दर्जनों आक्रांत, एक की मौत

प्रकोप . पाकुड़ िजले में नहीं थम रहा डायरिया का कहर पाकुड़िया : प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में डायरिया ने अपना पैर पसार दिया है. प्रखंड के धावाडंगाल, विशनपुर, खजूरडंगाल, दुर्गापुर, हरिपुर गांव में कई लोग डायरिया से आक्रांत हैं. वहीं मंगलवार को धावाडंगाल के एक लड़की की मौत डायरिया से हो जाने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2016 3:27 AM

प्रकोप . पाकुड़ िजले में नहीं थम रहा डायरिया का कहर

पाकुड़िया : प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में डायरिया ने अपना पैर पसार दिया है. प्रखंड के धावाडंगाल, विशनपुर, खजूरडंगाल, दुर्गापुर, हरिपुर गांव में कई लोग डायरिया से आक्रांत हैं. वहीं मंगलवार को धावाडंगाल के एक लड़की की मौत डायरिया से हो जाने का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के अनुसार मृतक उपरोक्त गांव की होपन गिदो (17 वर्ष) है. बुधवार को डायरिया पीड़ित कालिंद्रो हेम्ब्रम, विजुन मुर्मू, सुशीला सोरेन, फलोरेस मरांडी, समेस सोरेन, महाप्रसाद ठाकुर, रोहित हेम्ब्रम, रवि सोरेन सहित कुल 12 मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां सभी का इलाज किया जा रहा है.
जमीन पर लिटा कर हो रहा मरीजों का इलाज
पाकुड़िया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायरिया पीड़ित मरीजों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा बेड की व्यवस्था नहीं किये जाने के कारण मरीजों का इलाज जमीन पर ही किया जा रहा है. अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है. दवा की भी व्यवस्था नहीं रहने के कारण मरीज अस्पताल आने से कतरा रहे हैं और मजबूरन इलाज के लिए बाहर जा रहे हैं.
कहते हैं पदाधिकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़िया के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गुणाधर मांझी ने बताया कि अस्पताल में बेड का अभाव है. संसाधनों के अभाव के बावजूद मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है.
महेशपुर. समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महेशपुर में प्रखंड के बुधरपोखर गांव से डायरिया से पीड़ित दो मरीज इलाज को पहुंचे. सेकेन्त मुर्मू तथा मिठून हेंब्रम डायरिया से ग्रसित थे. दोनों की स्थिति गंभीर थी. सीएचसी प्रभारी डॉ मनोज गहलोत ने स्वास्थ्य कर्मी अजय कुमार के साथ मिल कर दोनों का इलाज प्रारंभ किया. श्री गहलोत ने बताया कि दोनों मरीज खतरे से बाहर हैं.

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