पाकुड़ : शहर के शिव शितला मंदिन परिसर में बुधवार को भारतीय संस्कृति मंत्रालय सरकार एवं विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान कुरूक्षेत्र के संयुक्त तत्वाधान में सरस्वती शिशु विद्यालय मंदिर पाकुड़ के सौजन्य से वैज्ञानिक सोच विकास विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उदघाटन मुख्य रूप से उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी कारू दास ने दीप प्रज्वलित कर किया. डीइओ ने श्री दास ने कार्यशाला में बच्चों को कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालयों में नित्य-प्रतिदिन बच्चों को साक्षात्कार वेदों से कराता है जो समस्त विभान का मूल है.
उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी में वैज्ञानिक सोच का विकास करने में इस प्रकार की कार्यशाला महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी. बच्चों को विज्ञान विषय बिंदु पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. जिससे बच्चों को कई प्रकार के वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है. जिला संयोजक सह प्रधानाचार्य कुश जी पांडे ने कहा कि उक्त कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों के विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि नवीनता में प्राचीनता को भूलते गए जिसके बदौलत देश को विश्वगुरु का दर्जा मिली थी.
हमारे प्राचीन वैज्ञानिकों द्वारा देश को जो दिया है वह विश्व के लिए आज भी शोध का विषय है. वही कार्यक्रम में उपस्थित डॉ आर के सिंह के द्वारा भी बच्चों को विज्ञान विषय पर नये खोज करने के लिए प्रेरित किया गया. कार्यशाला कुल पांच सत्रों में संपन्न हुई. उक्त कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. मौके पर विद्यालय के आचार्य संदीप कुमार, अमलाशंकर मिश्रा, हिसावी राय सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित थे.