आठ नये मरीज अस्पताल में भरती

प्रकोप . पाकुड़ में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, स्वास्थ्य विभाग की कोशिशें नाकाफी जिले में डेंगू का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. मंगलवार व बुधवार को सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में संग्रामपुर, शहर के तलुवाड़ा, गांधी चौक, तिलभिट्ठा के कुल आठ मरीजों को इलाज के लिए डेंगू वार्ड में भरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2016 5:21 AM

प्रकोप . पाकुड़ में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, स्वास्थ्य विभाग की कोशिशें नाकाफी

जिले में डेंगू का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. मंगलवार व बुधवार को सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में संग्रामपुर, शहर के तलुवाड़ा, गांधी चौक, तिलभिट्ठा के कुल आठ मरीजों को इलाज के लिए डेंगू वार्ड में भरती कराया गया है.
पाकुड़ : पाकुड़ इलाके में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. सदर अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संग्रामपुर के मनान शेख (61 वर्ष), जाकीर हुसैन (24 वर्ष), मनारूल शेख (23 वर्ष), मफिरूल शेख (30 वर्ष), कौशल शेख, शहर के गांधी चौक निवासी मुन प्रसाद (23 वर्ष), तलुवाडांगा के पूजा हाजरा (18 वर्ष), महुआडांगा के रिंकी दास (15 वर्ष) को इलाज के लिए उनके परिजनों द्वारा अस्पातल में भरती कराया गया है. वहीं पूर्व से भरती कई डेंगू मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक व एएनएम द्वार इलाज किया जा रहा है. इधर संग्रामपुर में लगातार डेंगू के मरीजों में वृद्धि होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में किसी प्रकार का शिविर लगाया नहीं जा रहा है. जिस कारण लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा है.
डायरिया पीड़ित कई मरीज अस्पताल में भरती
बुधवार को डायरिया से दर्जनों डायरिया मरीजों को इलाज हेतु सदर अस्पातल सोनाजोड़ी में भरती कराया गया है. जानकारी के अनुसार सवरन बीबी (20 वर्ष), सबिना खातून (5 वर्ष), शबनम बीबी (18 वर्ष), फईम अख्तार, जहानुर खातून (1 वर्ष), अमिना बीबी (18 वर्ष), हसन अंसारी (6 वर्ष), नूर आलम (1 वर्ष), तानजेला (15 वर्ष) का इलाज अस्पातल में चल रहा है. बताया जाता है कि अस्पताल में इलाजरत मरीजों में अधिकतर लिट्टीपड़ा प्रखंड के बिचामहल का बताया जाता है.
डायरिया के भी नौ मरीजों चल रहा इलाज
क्या कहते हैं सीएस
प्रभारी सीएस डॉ रामजी भगत ने कहा कि अस्पताल में डेंगू व डायरिया के मरीजों को इलाज के लिए वार्ड में भरती कराया गया है. सभी मरीजों का अस्पतल में बेहतर इलाज किया जा रहा है.

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