पार्क का चहारदीवारी निर्माण कार्य रोका रास्ता नहीं देने पर ग्रामीणों में आक्रोश
नगर परिषद विभाग के कनीय अभियंता, सरकारी अमीन को भी ग्रामीणों ने घेरा पाकुड़ : नगर परिषद क्षेत्र के बैंक कॉलोनी के समीप निर्माणाधीन पार्क की चहारदीवारी निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रास्ते की मांग को लेकर रोक दिया है. जानकारी के मुताबिक उपरोक्त पार्क के निर्माण को लेकर चहारदीवारी के सीमांकन का कार्य शुरू […]
नगर परिषद विभाग के कनीय अभियंता, सरकारी अमीन को भी ग्रामीणों ने घेरा
पाकुड़ : नगर परिषद क्षेत्र के बैंक कॉलोनी के समीप निर्माणाधीन पार्क की चहारदीवारी निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रास्ते की मांग को लेकर रोक दिया है. जानकारी के मुताबिक उपरोक्त पार्क के निर्माण को लेकर चहारदीवारी के सीमांकन का कार्य शुरू किया गया था. जिसकी जानकारी मिलते ही तलवाडांगा, प्यादापुर, महुआडांगा सहित आस-पास गांव के काफी संख्या में ग्रामीण वहां मौजूद हुए और मौके पर मौजूद नगर परिषद विभाग के कनीय अभियंता निमाई सरकार, सरकारी अमीन समीर भट्टाचार्य को ग्रामीणों ने घेर लिया. ग्रामीणों की मांग था कि वर्षों से बन रहे पार्क के बीचों-बीच से ग्रामीणों का पाकुड़ बाजार आना-जाना रहा है.
ऐसे में बिना रास्ता छोड़े पार्क का निर्माण किसी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा. ग्रामीणों ने उपरोक्त निर्माण कार्य का विरोध करते हुए तत्काल कार्य को बंद करा दिया. साथ ही रास्ता दिये जाने की भी मांग की. इधर मौजूद कनीय अभियंता निमाई सरकार व अमीन समीर भट्टाचार्य द्वारा तत्काल कार्य नहीं किये जाने के आश्वासन के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. मौके पर पहुंचे ग्रामीण विश्वनाथ सिंह, रामविलास यादव, मोहन सिंह, रामकृष्ण यादव, बबीता देवी, मंटु राउत, गीता देवी, बिरनी देवी, राम यादव, सहित अन्य ने बताया कि इसी रास्ते से सैकड़ों ग्रामीण प्रतिदिन मुख्यालय व बाजार आते-जाते हैं. स्टेशन भी किसी ट्रेन को पकड़ने के लिए आते हैं. ऐसे में बिना रास्ता दिये ही पार्क का निर्माण कराया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है. ग्रामीणों का साफ कहना था कि जब तक आने-जाने का रास्ता नहीं दिया जायेगा, पार्क के चहारदिवारी का निर्माण किसी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा.
क्या कहते हैं पदाधिकारी : नगर परिषद के कनीय अभियंता निमाई सरकार ने कहा कि चहारदीवारी के निर्माण को लेकर कार्य किया जा रहा था. जिसका विरोध ग्रामीणों द्वारा किया गया है. ग्रामीणों को यह कहा गया है कि विभाग के वरीय पदाधिकारी के समक्षण उपरोक्त समस्या को रखे. जब तक वरीय पदाधिकारी का दिशा-निर्देश नहीं प्राप्त होता है, तत्काल चहारदीवारी निर्माण कार्य रोका गया है.