लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव : शाम होते-होते फिर पलट गयी बाजी…और खिल गये झामुमो समर्थकों के चेहरे
पाकुड़ : दोपहर बाद लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में झामुमो को लगातार हासिल हो रही बढ़त पर ब्रेक लग गया थ, लेकिन शाम चार बजते-बजते एक बार फिर झामुमो के लिए अच्छी खबरें आने लगी. इससे झामुमो समर्थकों के चेहरे खिल गये. 12वें, 13वें व 14वें राउंड में भाजपा ने उल्लेखनीय बढ़त हासिल कर लीथी और […]
पाकुड़ : दोपहर बाद लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में झामुमो को लगातार हासिल हो रही बढ़त पर ब्रेक लग गया थ, लेकिन शाम चार बजते-बजते एक बार फिर झामुमो के लिए अच्छी खबरें आने लगी. इससे झामुमो समर्थकों के चेहरे खिल गये. 12वें, 13वें व 14वें राउंड में भाजपा ने उल्लेखनीय बढ़त हासिल कर लीथी और इससे तेजी से दोनों के वोटों का फासला कम हो रहा था. इस बदलाव से भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों के चेहरे परखुशी दिखनी शुरू हुई थी और झामुमो वालों के चेहरे पर मायूसी, लेकिन 16 राउंड से लेकर 18वें राउंड तक की मतगणना में झामुमो ने जोरदार बढ़त बनायी.
जब झामुमो ने भाजपा के खिलाफ ग्यारहवें राउंड की मतगणना के बाद 8949 वोटों की बढ़त बना ली तो ज्यादातर लोगों ने लगभग यह मान लिया कि अब इस अंतर को पाटना भाजपा के लिए चुनौती है.
पांचवें-छठे राउंड की मतगणना के बीच जब मतगणना स्थल पर झामुमो प्रत्याशी साइमन मरांडी पहुंचे थे तो उनके चेहरे पर खुशी साफ दिखी थी, हालांकि उन्होंने अतिउत्साह नहीं दिखाया और कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झोंकी थी ताकत
लिट्टीपाड़ा उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास गंभीर थे. खुद उनकी निगरानी में भाजपा ने रणनीति तय की थी. चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री कई बार लिट्टीपाड़ा गये. यूपी विधानसभा के दौरान जिस तरह प्रधानमंत्री ने बनारस में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, उसी तरह रघुवर दास ने यहां ताकत झोंक दी थी. मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए यह चुनाव अग्निपरीक्षा जैसी है.