टीबी मरीज खोज अभियान को लेकर डीडीसी ने किया जागरूकता रथ रवाना
टीबी रोग उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता रथ रवाना किया गया. अभियान के दौरान टीबी मरीज की जांच कर सही उपचार किया जाएगा.
पाकुड़. टीबी रोग के उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता रथ रवाना किया गया. रथ को समाहरणालय परिसर से उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, एसडीओ प्रवीण केरकेट्टा, डीएसएलआर राजीव कुमार व जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ एहतेशामउद्दीन ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रथ को रवाना किया. मौके पर उपविकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने कहा कि 14 से 25 जून तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी रोग की रोकथाम को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान टीबी मरीज की जांच कर उसका उचित उपचार किया जाएगा. वहीं सिविल सर्जन डॉ टेकरीवाल ने बताया कि जिला को टीबीमुक्त करने के लिए अथक प्रयास किये जा रहे हैं. कई प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सरकार की ओर से मिलने वाली योजनाओं से टीबी मरीजों को आच्छादित किया जा रहा है. उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि यदि आपके आसपास भी टीबी के लक्षण वाले मरीज मिले तो आप नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को इसकी सूचना जरूर दें. ऐसे मरीजों के घर स्वास्थ्य विभाग की टीम जाएगी और मरीज की जांच-पड़ताल कर उसका नि:शुल्क इलाज किया जाएगा. वहीं डॉ एहतेशामउद्दीन ने कहा कि अभी तक जिले में 793 टीबी मरीज हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. इन्हें खान-पान के लिए प्रति माह सरकार की ओर से मिलने वाली राशि 500 रुपये दिया जाता है. साथ ही इनको यातायात में होने वाला खर्च भी दिया जाता है. बताया कि पूरे जिले भर के 1276 गांवों में टीबी मरीजों की खोज की जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम गठित किया गया है, जिसमें 148 सुपरवाइजर को प्रतिनियुक्त किया गया है.
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