बहादुर महिला कांस्टेबल ने सीमा पर तस्करों को खदेड़ा
महिलाएं आज पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं.
फरक्का. महिलाएं आज पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं. रणक्षेत्रों में भी महिलाएं दुश्मनों एवं तस्करों को नाको चने चबाने पर मजबूर रही है. इसका हालिया कारनामा भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के मालदा सेक्टर 88वीं वाहिनी की बहादुर महिला कांस्टेबल की गुरुवार की रात्रि देखने को मिली. अराधपुर सीमा चौकी के कूटाडाह में ड्यूटी के दौरान साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए पांच से छह संदिग्ध बांग्लादेशी तस्करों के नापाक मंसूबों को विफल किया और उन्हें बांग्लादेशी सीमा की ओर खदेड़ दिया. बीएसएफ की ओर से बताया गया कि उस महिला जवान ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अकेले डटकर तस्करों को चेतावनी देकर मुंहतोड़ जवाब दिया है. बीएसएफ के लक्ष्य को कायम रखने के साथ-साथ बीएसएफ का मान बढ़ाया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है