सीटू ने की निजीकरण व ठेकेदारी प्रथा को बंद करने की मांग
सीटू के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नगर परिषद कार्यालय के समक्ष नुक्क्ड़ सभा का आयोजन कर राष्ट्रव्यापी मांग दिवस मनाया.
10 जुलाई फोटो संख्या-08 कैप्शन- नुक्कड़ सभा में शामिल कार्यकर्ता प्रतिनिधि, पाकुड़ सीटू के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नगर परिषद कार्यालय के समक्ष नुक्क्ड़ सभा का आयोजन कर राष्ट्रव्यापी मांग दिवस मनाया. नुक्कड़ सभा का नेतृत्व सीटू के सदस्य मानिक दुबे ने किया. मौके पर श्री दुबे ने एनडीए सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों पर निशाना साधा. कहा कि एनडीए की सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. इस सरकार में असंगठित मजदूरों पर शोषण हो रहा है. इसको लेकर देशभर में आक्रोश व्याप्त है. इन सब को देखते हुए अखिल भारतीय सीटू के आह्वान पर देश भर में चार लेबर कोर्ट को रद्द करने, निजीकरण व ठेकेदारी प्रथा को बंद करने, मजदूरों को 26 हजार रुपये महीने मजदूरी देने, 10 हजार पीएफ देने, समान काम के बदले समान वेतन लागू करने, मजदूरों के कार्य स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने, पुरानी पेंशन लागू करने, रिक्त पदों को भरने की मांग की गयी है. कहा कि यदि सरकार मांगों पर विचार नहीं करती देश भर के मजदूर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. मौके पर नादेर हुसैन, देवाशीष दत्त गुप्ता, रिजाउल करीम, महबूब आलम, रामप्रवेश पासवान, शेख सैफुद्दीन आदि मौजूद थे.
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