कोयला चोरी पर लगेगी लगाम, नहीं मानने वालों पर होगी नामजद प्राथमिकी- एसपी
अमड़ापाड़ा प्रखंड स्थित पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक से पाकुड़ रेलवे साइडिंग तक हो रही कोयले की ढुलाई के दौरान कोयला चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है. हाल के दिनों में पुलिस की सख्ती बढ़ने के बाद कोयला चोरी पर लगाम लग गया था. लेकिन, एक फिर कोयला तस्कर व ग्रामीण कोयला लदे हाईवा को रोककर कोयला उतारना शुरू कर चुके हैं.
पाकुड़ : अमड़ापाड़ा प्रखंड स्थित पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक से पाकुड़ रेलवे साइडिंग तक हो रही कोयले की ढुलाई के दौरान कोयला चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है. हाल के दिनों में पुलिस की सख्ती बढ़ने के बाद कोयला चोरी पर लगाम लग गया था. लेकिन, एक फिर कोयला तस्कर व ग्रामीण कोयला लदे हाईवा को रोककर कोयला उतारना शुरू कर चुके हैं. पैनम लिंक रोड के बनपोखरिया, सिलकुट्टी, पोचला, हरिणडूबा, शिवतल्ला, कोलाजोड़ा जैसे गांव में कोयला चोरी की घटनाएं अक्सर देखने को मिल रही है.
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क्षेत्र में बढ़ती कोयला चोरी की समस्या को देखते हुए बुधवार को एसपी मणिलाल मंडल ने बताया कि जिले में किसी भी तरह कोयला चोरी नहीं होने दी जायेगी. पुलिस प्रशासन इसके लिए व्यापक पैमाने पर कार्ययोजना तैयार कर चुकी है. नगर, मालपहाड़ी थाना सहित अन्य थाना क्षेत्रों से घुसने वाले कोयला तस्करों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार है. कोयला चोरी में शामिल कोयला तस्करों के खिलाफ पुलिस एफआईआर भी दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
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श्री मंडल ने बताया कि जहां तक बात ग्रामीणों की है, तो ज्यादातर ग्रामीण शांतिप्रिय व कानून को मानने वाले हैं. लेकिन, इनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कोयला चोरी को लेकर लोगों को उकसा रहे हैं और कोयला तस्करों के हित में काम कर रहे हैं. ग्रामीणों की जो समस्या है जिला प्रशासन उसे दूर करने के लिए प्रयासरत है, लेकिन जो लोग बेवजह कोयल तस्करों को बढ़ावा दे रहे हैं, पुलिस उन्हें भी समझाने का प्रयास करेगी. यदि वह नहीं समझते हैं, तो उनके खिलाफ पुलिस नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करेगी. जिला में कोयला चोरी रोकना पुलिस की प्राथमिकता में है और पुलिस हरगिज कोयला चोरी नहीं होने देगी.
ज्ञात हो कि पुलिस प्रशासन द्वारा बरती गयी सख्ती के बाद कोयला चोरी पर लगाम लग गया था. बंगाल और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले कोयला तस्कर पुलिस की कार्रवाई से भयभीत होकर आना छोड़ दिये थे. जिसके बाद पैनम लिंक रोड पर दोनों साइड लगभग 500 टन कोयला यूं ही पड़ा रह गया था. धीरे-धीरे कोयला तस्करों ने आना शुरू किया और इसके बाद कोयला चोरी दोबारा बड़े पैमाने पर होने लगी है.