पाकुड़ नगर. समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक हुई. बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 अंतर्गत विभिन्न कंपोनेंट पर चल रहे कार्यों की समीक्षा की गयी. उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) द्वितीय चरण का प्रमुख उद्देश्य गांवों को खुले में शौच मुक्त की स्थिति बनाए रखना और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के स्तर में सुधार लाकर उन्हें ओडीएफ प्लस गांव तथा स्वच्छता, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन युक्त बनाना है. उपायुक्त ने फेज टू से जुड़े कार्यों को 15 वें वित्त आयोग पंचायती राज, मनरेगा से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली. संबंधित विभाग के अधिकारियों को आप में समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया. जिले में कुल 6649 अदद अबुआ आवास में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की गयी. वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 14700 अबुआ आवास के विरुद्ध स्वीकृति देने के लिए उपायुक्त ने निर्देश दिया. साथ ही पूर्व में स्वीकृत 6649 अबुआ आवास में निर्मित किए जाने वाले शौचालय को जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया.
वहीं बताया गया कि जिले के कुल 1138 ग्रामों में से 925 गांव यानी 81.28 प्रतिशत गांव ओडीएफ प्लस घोषित हो चुके हैं. वहीं ओडीएफ प्लस मॉडल विलेज के रूप में जिले के 28 ग्राम का मार्क किया गया है. उपायुक्त ने समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जितने भी शौचालय बने हुए हैं, उसका उपयोग लोग करें इस हेतु अवेयरनेस कैंपेन चलाएं. लोगों में जागरूकता की कमी के कारण इसका समुचित उपयोग नहीं हो पाता है, इसे सुनिश्चित करवाएं. इसके अलावा उन्होंने विभिन्न स्थलों में आवश्यकता के अनुरूप शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाएं रोक
वहीं इसके अलावा उन्होंने ठोस एवं तरल कचरा अवशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग किसी भी हाल में किसी भी स्तर पर ना हो, इसे सुनिश्चित करवाएं. बैठक में उपायुक्त ने ग्राम पंचायत स्तर पर सेग्रीगेशन शेड के निर्माण कार्य की जानकारी ली, उपायुक्त ने इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया. इसके अलावा माहवारी स्वच्छता प्रबंधन सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए आवश्यक एवं उचित दिशा निर्देश दिया गया.राज्य परामर्शी संजय पांडेय ने कचरे से होने वाली बीमारियों कचरा प्रबंधन व ऊर्जा संरक्षण पर जानकारी दी. इस कार्यशाला में मुख्य रूप से ठोस व तरल कचरे को कैसे अलग करें व इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कैसे निपटाया जाए, खाने में पोषक तत्व शामिल करने आदि विषयों पर जानकारी उपलब्ध कराई गई और जिला स्तरीय स्वच्छता पहल के लिए मूल्यवान संदर्भ और मार्गदर्शन प्रदान किया.
मौके पर डीडीसी मो. इश्तियाक अहमद, जिला पंचायत राज पदाधिकारी संजय पीएम कुजूर, जिला शिक्षा पदाधिकारी नयन कुमार, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल राहुल कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है