लिट्टीपाड़ा. प्रखंड के तालपहाड़ी पंचायत के डुमरिया में आयोजित ऐतिहासिक सिदो कान्हू आदिवासी सांस्कृतिक मेले में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी. मेला मैदान देर रात तक खचाखच भरा रहा. वहीं मेले में दसाई दोन, लागेड एनएच, डोम ढोल सहित कई आदिवासी सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित हुई. लोगों को अलग-अलग समूह में परम्परागत वस्त्र पहने नृत्य करते देखा गया. पूरा मेला प्रांगण झामुमो के झंडे से सजाया गया था. मेले में विधायक दिनेश मरांडी व इनकी धर्मपत्नी एगलिना टुडू के आगमन पर लोगों ने जोरदार स्वागत किया. विधायक ने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले से क्षेत्र की राजनीति की दशा व दिशा तय होती है. वीर शहीद सिदो कान्हू ने अंग्रेजी दासता व महाजनी प्रथा के विरुद्ध लंबी लड़ाई लड़कर बलिदान दिया. इस मेले की नींव क्षेत्र के झामुमो के कद्दावर व लोकप्रिय नेता साइमन मरांडी ने रखी थी. जो आज 51वें वर्ष में प्रवेश किया है. राज्य की हेमन्त सोरेन की सरकार विकास पथ पर अग्रसर है. मंईयां सम्मान योजना के तहत 18 से 50 वर्ष तक की हर महिला को हर माह 1000 रुपये की राशि दे रही है. मुख्यमंत्री गुरुजी स्टूडेंट योजना के तहत बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बिना गारंटी 25 लाख रुपये का ऋण, गम्भीर बीमारी को लेकर समुचित चिकित्सीय खर्च, सभी को पेंशन, आबुआ आवास, दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ, बिजली बिल माफ, 200 यूनिट नि:शुल्क बिजली सहित कई महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल पर लाया है. वहीं एगलिना टुडू ने अपने संबोधन में कहा कि सभी को शिक्षा हासिल करना आवश्यक है. शिक्षा से ही हम विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकते हैं. वहीं मेले में भव्य रूप से आतिशबाजी की गयी. वहीं सोमवार सुबह सभी प्रतियोगिता की विजयी टीम को सिदो कान्हू मेला कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर अशोक भगत, सर्वजीत सिंह, निरंजन मंडल, संतोष भगत, अब्दुल गनी आदि उपस्थित थे.
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