फरक्का. रविवार की रात 11:30 बज रहे थे. अचानक हो-हल्ला मचा, पता चला कि गंगा का कटाव तेजी से हो रहा है. इससे पहले की मैं कुछ समझ पाता और घर से सामान निकाल पाता घर कांपने लगा और देखते ही देखते पलभर में घर गंगा में समा गया. यह कथन है गंगा कटाव से प्रभावित सिराजुल मोमिन का. उन्होंने बताया कि उनके साथ-साथ सलीम मोमिन, मोताहार हुसैन, ऐनुल हल, मासु शेख व तैमूर शेख का मकान भी गंगा कटाव में चला गया. रविवार की अर्ध रात्रि जब सभी खा-पीकर घर में सो रहे थे. मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत उत्तरी चाचंडा गांव में भगदड़ और औरतों, बच्चो व बुजुर्गों की चीख-पुकार मच गयी. दहशत में सभी लोग सुरक्षित स्थान ढूंढने लगे. लोगों ने सुरक्षित जगह तो तलाश ली, लेकिन अपने सपनों का आशियाना खो दिया. ग्रामीणों ने बताया कि हमलोगों ने गंगा का ऐसा कटाव कभी नहीं देखा है. पलभर में ही सब कुछ तबाह हो गया.
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