भारत बंद का पाकुड़ जिले में दिखा असर, सड़कें रहीं सुनसान, बाजार में छाया रहा सन्नाटा

भारत बंद काे झामुमो और कांग्रेस का समर्थन मिलने से जिले में बंदी का व्यापक असर देखा गया. झामुमो कार्यकर्ताओं ने सभी प्रखंडों में सड़कों को जाम रखा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2024 5:50 PM

पाकुड़. अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाये गये भारत बंद का पाकुड़ जिले में काफी असर दिखा. इस दौरान सुबह से ही सड़कें सुनसान रही. दुकानें भी छिटपुट खुली रही. निजी स्कूल भी बंद रहे. वहीं सरकारी स्कूलों में काफी कम बच्चे दिखे. भारत बंद काे झामुमो और कांग्रेस का समर्थन मिलने से जिले में बंदी का व्यापक असर देखा गया. झामुमो कार्यकर्ताओं ने सभी प्रखंडों में सड़कों को जाम रखा. झामुमो कार्यकर्ताओं ने झामुमो जिला कार्यालय के निकट पाकुड़-दुमका मुख्य मार्ग को जाम रखा.

कांग्रेस ने निकाला आक्रोश मार्च :

वहीं कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष किशन पासवान के नेतृत्व में शहर में आक्रोश रैली निकाली गयी. इस दौरान आक्रोश रैली में शामिल लोगों द्वारा बाजार में खुली दुकानों को बंद कराया गया. आक्रोश रैली वीआईपी चौक से लेकर अंबेडकर चौक तक गयी. किशन पासवान ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के इस प्रकार के फैसले से पूरा देश में आक्रोश है. विभिन्न पार्टी के लोगों द्वारा भारत बंद करने का आह्वान किया गया है. बताया कि आरक्षण खत्म किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के इस प्रकार के फैसले से अनुसूचित जाति-जनजाति को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा. मौके पर दिनेश पासवान, दिलीप हाजरा, रामानंद पासवान, संजीत पासवान समेत अन्य मौजूद रहे.

बता दें कि एससी-एसटी आरक्षण के मुद्दे पर भीम सेना समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों ने संपूर्ण भारत बंद का आह्वान किया था. इस बंद को झारखंड में सत्ताधारी पार्टी झामुमो ने समर्थन देते हुए सहयोग किया. वहीं अन्य पार्टियों ने भी बंद का समर्थन किया है.

यात्री बसें रहीं बंद :

भारत बंद को देखते हुए यात्री बसें बिल्कुल नहीं चली. जगह-जगह सड़क जाम को लेकर बस संचालकों ने बसों का परिचालन नहीं किया. इस दौरान कई यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

स्कूलों में दिखा बंद का असर :

भारत बंद को देखते हुए निजी शिक्षण संस्थान ने अपने-अपने विद्यालय को बंद कर दिया था. वहीं सरकारी विद्यालय खुले थे लेकिन बच्चों की उपस्थिति ना के बराबर रही. सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों ने बताया कि भारत बंद के आह्वान की सूचना पूर्व में ही सोशल मीडिया के माध्यम से छात्राओं को प्राप्त हो चुकी थी, जिस कारण विद्यालय बच्चे नहीं आए.

रेल आवागमन रहा सामान्य :

भारत बंद का पाकुड़ जिले में रेलवे पर कोई असर नहीं पड़ा. रेल का आवागमन सामान्य रहा. प्रत्येक दिन की भांति बुधवार को भी रेल का परिचालन किया गया. स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम ने बताया कि भारत बंद की सूचना प्राप्त थी, लेकिन रेल सामान्य रूप से चली है. रेल का आवागमन बाधित नहीं हुआ है.

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