फरक्का. गंगा का कटाव इन दिनों धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है. इस कारण मुर्शिदाबाद जिले के शमसेरगंज प्रखंड के प्रतापगंज एवं लोहारपुर में अब तक 8 घर गंगा में समा गये हैं. तजकेरा बेवा, शाहिद शेख, लतीफ शेख, राशिद शेख, मुकलेसुर रहमान, जोहरुल इस्लाम, नसीरुद्दीन शेख एवं लुत्फुल हक के घरों के अलावा 100 से अधिक मीटर के बगीचे, एक मंदिर व मस्जिद समा गये हैं. गंगा किनारे कटाव की जद में आने वाले लोगों ने पहले ही अपना घर खाली कर दिया है. कई लोग ऐसे हैं, जो अपने हाथों से घर की ईंट व अन्य सामान निकालकर ले जा रहे हैं. कई स्थानों में खाली जमीन भी गंगा कटाव में जा रही है. इधर, प्रशासन भी लोगों को सुरक्षित स्थान में ले गया है. कई स्कूल में लोग हैं, तो कई लोग अपने रिश्तेदार के घर में हैं. लोहारपुर गांव में मंदिर व मस्जिद दोनों गंगा में समा गये हैं. घर खाली करने के बाद लोग अपनी बे-बश आंखों से उसे सामाते हुए देखते रहे गये. इधर, सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन अंचल के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. स्थानीय विधायक अमिरूल इस्लाम ने कहा कि गंगा कटाव की जद में आने वाले लोगों के साथ हम खड़े हैं. इस प्राकृतिक आपदा के सामने हम सब भी बे-बश हैं. राज्य सरकार को परिस्थितियों की जानकारी दी गयी. सरकारी स्तर पर खाद्य सामग्री, त्रिपाल आदि की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा कि जंगीपुर सांसद ने इस मुद्दे को संसद में उठाया है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार की उपेक्षा की वजह से लोगों को और भी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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