किसानों को समेकित कृषि प्रणाली के बारे में दी गयी जानकारी
समेकित कृषि प्रणाली के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से कृषि तकनीकी सूचना केंद्र लिट्टीपाड़ा में प्रारंभ हुआ.
22 जुलाई फोटो संख्या-09 कैप्शन- दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते प्रतिनिधि, लिट्टीपाड़ा समेकित कृषि प्रणाली के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से कृषि तकनीकी सूचना केंद्र लिट्टीपाड़ा में प्रारंभ हुआ. प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार ने समेकित खेती एवं इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला. बताया कि समेकित कृषि पद्धति में एक फार्मिंग का सह उत्पाद दूसरे फार्मिंग में निवेश होना है. साथ ही दूसरे फार्मिंग का सह उत्पाद पहले में निवेश करने से लागत में कमी आती है और लाभ में बढोतरी होता है. कृषि विज्ञान केंद्र, महेशपुर के मृदा वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार ने जैविक खाद के रूप में कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, गोवर खाद, विभिन्न पशुओं का मल, जीवाणु खाद, हरित खाद आदि के उपयोग के बारे में बताया. मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी केसी दास, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक रामेश्वर मुर्मू, प्रवाह एनजीओ के प्रोजेक्ट मैनेजर संग्राम राय चौधरी, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट नीतू सिंह, लाइवलीहूड एक्सपर्ट सद्दाम हुसैन सहित कुल 50 किसानों ने प्रशिक्षण में भाग लिया.
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