लिट्टीपाड़ा. फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत मंगलवार को प्रखंड परिसर में एल्बेंडाजोल डीइसी और आइवरमेक्टिन दवा कर्मियों को खिलायी गयी. वहीं ग्रामीणों को बीडीओ संजय कुमार की उपस्थिति में खिलाई गयी. बीडीओ ने बताया कि फाइलेरिया की दवा का खुराक साल में एक बार लेने से 80 से 90 प्रतिशत तक बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है. हाथी पांव रोग के इलाज के लिए यह दवा सुरक्षित और असरदार है. फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 11 से 25 फरवरी तक घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जा रही है. फाइलेरिया की दवा स्कूलों में भी बच्चों को खिलाई जायेगी. कहा कि फाइलेरिया के गोली सेवन करने पर हाथी पैर की बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है. मौके पर बीपीआरओ कमल पहाड़िया, बीपीओ मानिक चंद्र दास, प्रखंड कृषि पदाधिकारी केसी. दास, प्रभाष यादव, अनीता कुमारी आदि मौजूद थे.
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