नो एंट्री नियमों की अनदेखी से बढ़ रही दुर्घटनाएं और यातायात अव्यवस्था
नो एंट्री नियमों की अनदेखी से बढ़ रही दुर्घटनाएं और यातायात अव्यवस्था
प्रतिनिधि, पाकुड़ सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए जिला परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा सप्ताह मना रहा है, लेकिन शहर में नो एंट्री नियमों की खुली अनदेखी इसके प्रयासों पर सवाल खड़े करती है. भारी वाहनों के नो एंट्री क्षेत्र में प्रवेश से यातायात जाम, दुर्घटनाओं का खतरा और पैदल चलने वालों को असुविधा जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं. सुबह के समय जब लोग मॉर्निंग वॉक करते हैं या सब्जी खरीदने जैसे काम के लिए बाहर निकलते हैं, भारी वाहनों की आवाजाही से उनके साथ दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. यहां तक कि नगर थाना के सामने भी भारी वाहन खुलेआम नो एंट्री का उल्लंघन करते दिखते हैं. शहर में सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने का जिला प्रशासन का आदेश केवल कागजी साबित हो रहा है. मुख्य सड़कों पर इन वाहनों की आवाजाही से यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है और दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. स्थानीय लोग इसे प्रशासन की लापरवाही मानते हैं. उनका कहना है कि नो एंट्री का पालन न होना प्रशासनिक आदेशों को दिखावटी बना रहा है. यदि इस पर सख्ती से अमल नहीं हुआ, तो दुर्घटनाओं और यातायात अव्यवस्था की समस्या और गंभीर हो जाएगी. प्रशासन को इसे प्राथमिकता देते हुए तत्काल सख्त कदम उठाने होंगे.
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