नगर परिषद से आवंटित दुकानों की हुई जांच. तीन का लाइसेंस किया रद्द
नगर परिषद क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. नगर परिषद क्षेत्र में बनाए गए दुकान का लाइसेंस किसी और के नाम से है, लेकिन दुकान कोई और चल रहा हैं.
पाकुड़. नगर परिषद क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. नगर परिषद क्षेत्र में बनाए गए दुकान का लाइसेंस किसी और के नाम से है, लेकिन दुकान कोई और चल रहा हैं. मामला उजागर होने पर नगर परिषद ने कार्रवाई की है. कार्रवाई में तीन दुकानों का लाइसेंस रद्द किया गया है. नगर परिषद कार्यालय के अनुसार रतन सरदार, अमर भगत व रिंकू देवी का लाइसेंस रद्द किया गया है. मामले को लेकर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंदर चौधरी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया था. जांच की गयी तो पता चला कि इनके द्वारा अधिक रकम के लालच में किसी दूसरे को दुकान दिया गया है. वर्तमान में उक्त तीनों दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. बताया कि नगर परिषद में 264 नये-पुराने दुकान हैं. सभा को नोटिस दिया गया है. सभी की जांच की जायेगी. इस तरह के मामले यदि आगे भी आते हैं तो कार्रवाई की जायेगी. दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा.
दुकानों के सामने लगाने होंगे नाम के साथ बोर्ड
फर्जीवाड़ा के बाद नगर परिषद प्रशासन सतर्क है. अब नगर परिषद की ओर से आवंटित दुकानों के सामने लाइसेंस धारी को अपना नाम अंकित करना होगा. ताकि इस प्रकार के फर्जीवाड़ा से बचा जा सके. इससे लोगों को सुविधा होगी और लोग जान पायेंगे कि दुकानें किसी और के नाम से आवंटित है. इसमें फर्जी होने की आशंका कम रहेगी. यह बहुत जल्दी लागू करवाया जायेगा. नगर परिषद क्षेत्र में स्थित 264 दुकानों की जांच पूर्ण की जायेगी. जांच के क्रम में यदि नियम का उल्लंघन हुआ है तो उन पर कार्रवाई की जायेगी. बताया कि मामले को लेकर शहर में माइकिंग भी कराई जा रही है, जो दुकान ले रहे हैं माइकिंग के माध्यम से उन्हें सतर्क किया जा रहा है.
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