महेशपुर. शहरग्राम गांव में मंगलवार को ग्राम सभा का आयोजन किया गया. जल सहिया रुक्मिणी देवी ने ग्रामीणों को जल की गुणवत्ता के साथ-साथ इस पर आने वाले संकट से निपटने के बारे में जानकारी दी. साथ ही जल सुरक्षा योजना को लेकर बैठक भी की. बैठक में बताया गया कि पेयजल स्रोतों के जैविक प्रदूषण के जोखिम का आकलन करने के लिए प्रत्येक वर्ष दो बार मानसून से पहले और मानसून के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाता है. पेयजल स्रोतों में विभिन्न तरह के आकलन के पश्चात समेकित प्रतिवेदन कार्यालय को समर्पित किया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है