Pakur Vidhan Sabha: पाकुड़ विधानसभा सीट पर है अल्पसंख्यकों का वर्चस्व, आजसू के सामने कांग्रेस के निसात आलम की चुनौती

Pakur Vidhan Sabha : यहां अल्पसंख्यक वोटर्स का वर्चस्व है, इसलिए यह कहा जाता है कि जिसने अल्पसंख्यक वोटर्स को साध लिया, उसके लिए इस सीट पर चुनाव जीतना आसान हो जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2024 11:04 PM

Pakur Vidhan Sabha|Jharkhand Assembly Election: काले पत्थर के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध झारखंड का पाकुड़ जिला पश्चिम बंगाल की सीमा से सटा है और यहां मुसलमान वोटर्स का दबदबा है. यह एक अनारक्षित विधानसभा सीट है, जो पाकुड़ जिले में है. अल्पसंख्यक वोटर्स का वर्चस्व होने कि वजह से यह कहा जाता है कि जिसने अल्पसंख्यक को साध लिया, उसकी जीत आसान हो जाती है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी आजसू के अजहर इस्लाम यहां चुनाव लड़ रहे हैं और सामने हैं कांग्रेस पार्टी के निसात आलम. सीपीएम ने शेख सैफुद्दीन को मैदान में उतारा है. यह विधानसभा सीट आज भी विकास की दौड़ में पीछे है. यहां सिर्फ पत्थर और बीड़ी के उद्योग हैं. 20 नवंबर को यहां मतदान होना है.

आलमगीर आलम हैं पाकुड़ विधानसभा के विधायक

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, पाकुड़ विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या के बारे में बात करें, तो अनुसूचित जाति (एससी) के मतदाताओं की संख्या 19,874 (6.21 प्रतिशत) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के मतदाता 37060 (11.58 प्रतिशत) हैं. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 189,139 (59.1 प्रतिशत) है. यहां से कांग्रेस के आलमगीर आलम विधायक हैं. हेमंत सोरेन कैबिनेट में वह मंत्री भी थे. जेल जाने की वजह से उनका मंत्रालय किसी और को आवंटित कर दिया गया.

2019 में कांग्रेस-भाजपा के मुकाबले में जीते आलमगीर आलम

वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पाकुड़ निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला था. कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार आलमगीर आलम ने 129218 (51.86 प्रतिशत) वोट पाकर जीत दर्ज की थी. भाजपा प्रत्याशी वेणी प्रसाद गुप्ता को 63110 (25.53 प्रतिशत) वोट मिले थे. वह दूसरे स्थान पर रहे. चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे. इसमें एक महिला प्रत्याशी भी थी. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 320122 मतदाता थे, जिसमें से 247227 (77.23 प्रतिशत) ने मतदान किया.

2014 में कांग्रेस ने जीत की हासिल

झारखंड के पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2014 में कांग्रेस के उम्मीदवार आलमगीर आलम ने 83338 यानी 35.41 प्रतिशत वोट प्राप्त कर जीत हासिल की थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी अकील अख्तर को 65272 (27.74 प्रतिशत) वोट मिले थे. वह दूसरे नंबर पर रहे. चुनाव में कुल 16 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई, जिसमें 2 महिला उम्मीदवार भी थी. वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में कुल 291418 मतदाता थे. 235341 (80.76 प्रतिशत) मतदाताओं ने मतदान किया.

2009 में झामुमो (JMM) के अकील अख्तर ने कांग्रेस से छीनी सीट

पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र में झामुमो के प्रत्याशी अकील अख्तर ने वर्ष 2009 में जीत हासिल की. झामुमो को 62246 (36.80 प्रतिशत) वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी आलमगीर आलम को 56570 (33.44 प्रतिशत) वोट मिले. कांग्रेस पार्टी दूसरे स्थान पर रही. वर्ष 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 232903 थी. इसमें 169148 यानी 72.63 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला.

आलमगीर आलम ने भाजपा के वेणी प्रसाद गुप्ता को हराया

पाकुड़ निर्वाचन क्षेत्र में हुए वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले आलमगीर आलम 71736 वोट प्राप्त कर विजेता बने. भाजपा उम्मीदवार वेणी प्रसाद गुप्ता को 46000 वोट मिले. वह दूसरे स्थान पर रहे. वर्ष 2005 में कुल 9 प्रत्याशी पाकुड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे. इस सीट पर कुल 149145 मतदाताओं ने मतदान किया था.

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