महेशपुर में बस स्टैंड नहीं रहने से यात्रियों को परेशानी, सड़क किनारे खड़ी होती है बसें

महेशपुर प्रखंड मुख्यालय में बस पड़ाव नहीं रहने से परेशानियां बढ़ने लगी हैं. वाहनों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफा और राहगीरों की आवाजाही के चलते अंबेडकर चौक और डाकबंगला चौक में व्यस्तता से दुर्घटना की आशंका बढ़ने लगी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2024 6:00 PM

देवब्रत दास, महेशपुर.

प्रखंड मुख्यालय में बस पड़ाव नहीं रहने से दिन-ब-दिन परेशानियां बढ़ने लगी हैं. वाहनों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफा और राहगीरों की आवाजाही के चलते अंबेडकर चौक और डाकबंगला चौक में व्यस्तता से दुर्घटना की आशंका बढ़ने लगी है. प्रखंड मुख्यालय से पाकुड़, अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया, दुमका, देवघर, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, रांची और पश्चिम बंगाल के लाल गोला, रघुनाथगंज, रामपुरहाट, नलहाटी जाने की महत्वपूर्ण सड़कें गुजरी है. यही वजह है कि उक्त स्थल यातायात के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है. कम दूरी और सुरक्षा के ख्याल से नेता, मंत्री से लेकर उच्चाधिकारी भी रांची से पाकुड़ तक का सफर इसी सड़क होकर करते हैं. इस कारण से भी महेशपुर प्रखंड मुख्यालय का महत्व अधिक बढ़ गया है. विशेषकर स्कूल, कॉलेज आने-जाने वाले छात्र यात्री बस और अन्य वाहनों के एक साथ आवाजाही होने से प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेडकर चौक में भीड़ हमेशा बनी रहती है. बस स्टैंड की कमी से इसी स्थल के दोनों किनारे स्कूली बच्चे, ग्राहक, यात्री, राहगीर के साथ-साथ वाहनों को खड़ा किया जाता है तथा लगभग रोजाना ही आंशिक धक्का, तू-तू -मैं- मैं करते लोग देखने को मिलते हैं.

नहीं है अंबेडकर चौक में शौचालय और पेयजल सुविधा :

जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण अंबेडकर चौक समस्याओं से घिरा हुआ है. यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. इस कारण आने-जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मालूम हो कि उक्त चौक से प्रतिदिन दर्जनों छोटे-बड़े यात्री वाहन यहां से खुलते हैं परंतु यात्रियों की सुविधाओं के लिए यहां ना तो बस स्टैंड है, ना ही यात्री शेड है, ना ही शौचालय और ना ही पेयजल की सुविधा बहाल है. बताते चलें कि कई वर्षों पहले अंबेडकर चौक पर शौचालय बनाया गया था और पेयजल को लेकर टंकी बैठाया गया था. लेकिन यहां के यात्रियों को आज तक वो सुविधा नहीं मिल पायी है.

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