संवाददाता, पाकुड़. डीएलएसए द्वारा चलाये जा रहे विशेष मध्यस्थता अभियान के तहत मंगलवार को पति-पत्नी के बीच के मतभेद को दूर करते हुए उनके बीच मध्यस्थता करायी गयी. कुटम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश शेषनाथ सिंह के समक्ष दोनों पति-पत्नी ने एक-दूसरे को फूल माला पहनाकर एक साथ रहने की बात कही. इस दौरान प्रधान न्यायाधीश शेषनाथ सिंह ने पति-पत्नी को साथ रहने तथा खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करने को कहा. मालूम हो कि झालसा रांची के निर्देशानुसार परिवारिक वाद से संबंधित विशेष मध्यस्थता अभियान 24 जून से 28 जून तक चलाया जा रहा है. इस आभियान के दौरान मूल भरण-पोषण वाद संख्या 93/2024 वादी नाजिमा बीबी अपने पति मातुल अंसारी से मार्च 2024 से अलग होकर अपने मायके में रह रही थी. नाजिमा बीबी के साथ दो साल की एक बच्ची भी है. मीडिएटर अधिवक्ता राजीव कुमार झा के प्रयास से दोनों पति-पत्नी को मिलाकर मध्यस्थता को सफल बनाया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है