राष्ट्रीय लोक अदालत में 7662 वादों का हुआ निष्पादन
व्यवहार न्यायालय पाकुड़ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ. इस दौरान कुल 7662 वाद का निष्पादन किया गया और एक करोड़ 57 लाख 3 हजार 555 रुपये के समझौते कराये गये.
पाकुड़ कोर्ट. जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस दौरान कुल 7662 वाद का निष्पादन किया गया और एक करोड़ 57 लाख 3 हजार 555 रुपये के समझौते कराये गये. राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए आठ बेंचों का गठन किया गया था. राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष शेषनाथ सिंह, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय सुधांशु कुमार शशि, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो मोइनुद्दीन, अपर सत्र न्यायाधीश-प्रथम कुमार क्रांति प्रसाद, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष अशोक कुमार शुक्ला, एसबीआई के उप महाप्रबंधक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस दौरान पीडीजे सह डालसा अध्यक्ष शेषनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में ऐसे मामलों का निपटारा किया जाता है जो सुलहनीय समझौते के आधार पर सुलझाए जा सकते हैं. इसमें सुलहयोग्य आपराधिक वाद, पारिवारिक/वैवाहिक विवाद, बैंक रिकवरी, सिविल वाद, मनरेगा, बिजली बिल, चेक बाउंस और मोटर वाहन दुर्घटना से संबंधित मामलों का निपटारा किया जाता है.
मोटर एक्सीडेंट क्लेम केस के दावाकर्ता को मिला चेक :
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेष नाथ सिंह व अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम कुमार क्रांति प्रसाद द्वारा अलग-अलग एमएसीसी वादों के पांच पांच दवाकर्ताओं को कुल 25 लाख 54 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया. इस दौरान दावाकर्ता के अधिवक्ता व इंश्योरेंस के अधिवक्ता मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है