मनरेगा कर्मचारी 15वें दिन भी रहे हड़ताल पर
कोई ठोस पहल नहीं की गयी है, जिससे राज्यभर में कार्यरत मनरेगा कर्मचारियों में आक्रोश
पाकुड़. समाहरणालय लिपिक संवर्ग व मनरेगा कर्मचारियों का सोमवार को 15 वें दिन भी हड़ताल जारी है. दोनों संघ के कर्मचारी समाहरणालय के बाहर बैठे रहे. झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजीत कुमार टुडू ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार की चार साल में मनरेगा कर्मचारियों के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गयी है, जिससे राज्यभर में कार्यरत मनरेगा कर्मचारियों में आक्रोश है. 22 जुलाई से राज्यभर के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सरकार से अनुरोध है कि इस दिशा में पहल की जाये. वहीं नौ सूत्री मांगों को लेकर झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के बैनर तले समाहरणालय लिपिक संवर्ग के कर्मी सोमवार को 15 वें दिन समाहरणालय के समीप धरने पर बैठे रहे. संघ के जिलाध्यक्ष रामविलास यादव ने बताया कि नौ सूत्री मांगों निम्न वर्गीय लिपिक के ग्रेड वेतन को 1900 से बढ़कर 2400 करने, उच्च वर्गीय लिपिक का ग्रेड पे 4200 करने समेत अन्य मांगों को लेकर सरकार से मांग की जा रही है. अपनी मांगों को लेकर कई बार सरकार को प्रतिनिधि मंडलों द्वारा अवगत कराया गया है. मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन सरकार हम लोगों के मांगों को दरकिनार कर रही है. जिससे कि कर्मियों में रोष व्याप्त है.
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