Loading election data...

स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योजना का लाभ समय सीमा के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश

राज्य स्तरीय नोडल पदाधिकारी ने उत्कृष्ट विद्यालय का निरीक्षण किया. समय सीमा के अंदर बदलाव लाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिये गए.

By Prabhat Khabar News Desk | April 27, 2024 5:55 PM
an image

पाकुड़. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के राज्यस्तरीय नोडल पदाधिकारी सह अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी सिमडेगा बादल राज ने शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित एसओई राजकीय कन्या विद्यालय का निरीक्षण किया. विद्यालय पहुंचकर प्रार्थना सभा में शामिल हुए. शत-प्रतिशत उपस्थिति वाली छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया. उन्होंने प्राचार्य मनीष कुमार गुप्ता से विद्यालय संचालन को लेकर जानकारी ली. विद्यालय के लाइब्रेरी रूम, क्लास रूम, रसोईघर, शौचालय, बच्चों के खाने की जगह समेत अन्य जगहों का निरीक्षण किया. लाइब्रेरी की विधि व्यवस्था को देखकर नाराजगी जतायी. उन्होंने लाइब्रेरी इंचार्ज को तीन दिनों के अंदर लाइब्रेरी में सुधार लाने की बात कही. इसके अलावा विद्यालय के सफल संचालन को लेकर प्राचार्य को आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए. प्राचार्य को छात्राओं की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराने, विद्यालय में साफ-सफाई सुनिश्चित कराने, बच्चे के पोशाक में स्कूल आने पर विशेष ध्यान रखने, विद्यालय में सीबीएसई का लोगो लगाने, विद्यालय में बेकार पड़ी चीजों की नीलामी करने, बच्चों के शारीरिक विकास को लेकर खेलकूद पर ध्यान देने की बात कही गयी. वहीं इसके अलावा ऐसे बच्चे जिन्हें मानसिक रूप से कुछ समस्याएं हैं, उसको लेकर विद्यालय में सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाएं प्रदान करने को कहा गया. इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कहा कि ऐसे बच्चों के लिए रिसोर्स शिक्षक, बच्चों के लिए अलग शौचालय, बच्चों के लिए निचले फ्लोर में वर्ग संचालन की बात कही गयी. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर विद्यालय में बदलाव करना है. शिक्षक व संबंधित विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें. बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने को लेकर सरकार प्रयासरत है. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योजना के तहत निजी विद्यालयों को सरकारी विद्यालयों के बीच की दूरी को कम करना है. विद्यालयों के संचालन को लेकर राज्य सरकार की ओर से विद्यालय को सारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गयी है. कहा कि सिर्फ इच्छाशक्ति की कमी है. यदि शिक्षक व इससे संबंधित लोग ईमानदारी से अपने काम दिखाएं तो हमारा विद्यालय निजी विद्यालयों से कहीं आगे रहेगा. मौके पर राज्यस्तरीय खेल कोषांग पदाधिकारी प्रवीण कुमार, समग्र शिक्षा अभियान की ओर से एडीपीओ जैनेंद्र मिश्रा, अमृत ओझा, उज्ज्वल ओझा, बर्नार्ड हांसदा, शबनम तबस्सुम मौजूद रहीं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version