कोलकाता रेप-हत्याकांड. पाकुड़ के सरकारी व निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च
आईएमए के सचिव डॉ कुणाल ने घटना की निंदा की. कहा कि घटना की निष्पक्ष रूप से जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
पाकुड़. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में शनिवार को सरकारी व निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने शहर में कैंडल मार्च निकाला. मौके पर विरोध प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, अस्पताल परिसर को सेफ जोन घोषित करने, बायोमीट्रिक अटेंडेंस से वेतन को नहीं जोड़ने, क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन करने समेत सरकारी अस्पतालों में जहां 24 घंटा सेवा दी जाती है वहां सीसीटीवी एवं स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था की मांग सरकार से की. आईएमए के सचिव डॉ कुणाल ने घटना की निंदा की. कहा कि घटना की निष्पक्ष रूप से जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. झासा के सचिव डॉ अमित ने बताया कि महिला के साथ जो घटनाएं घटी, वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. इस प्रकार की घटनाएं लगातार देखी जा रही है. डॉक्टर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कहा कि सरकार से मांग है कि हम लोगों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि हम लोग भयमुक्त वातावरण में स्वास्थ्य सेवा का लाभ लोगों को दे सकें. वहीं झासा के संयुक्त सचिव डॉ मनीष कुमार ने बताया कि डॉक्टर अपने घर परिवार को छोड़ चिकित्सा सेवा में लगे रहते हैं. विषम परिस्थितियों में भी इन्हें अपनी सेवाएं देनी पड़ती है. डॉक्टर के साथ इस प्रकार की घटना की जितनी निंदा की जाय उतना कम है. कहा कि इस प्रकार के अपराध में अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
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