महेशपुर. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ महेशपुर सीएचसी अस्पताल के डॉक्टरों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए शनिवार को अस्पताल में ओपीडी सेवा को बंद कर विरोध जताया. सुबह 9 बजे से ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महेशपुर में मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी थी. हालांकि अन्य दिनों से शनिवार को महेशपुर साप्ताहिक हटिया के कारण अस्पताल में ज्यादा भीड़ देखने को मिली. वहीं ओपीडी सेवा बंद रहने से करीब 120-130 मरीज बगैर इलाज कराये वापस अपने-अपने घर चले गए. केवल इमरजेंसी सेवा बहाल थी. ओपीडी सेवा बंद रहने के कारण स्वास्थ्य सेवा पर इसका बुरा असर पड़ा तथा मरीज हलकान रहे. कई महिलाएं अपने नवजात लेकर सीएचसी अस्पताल में घंटों इंतजार करने के बाद अपने घर लौट गयीं. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महेशपुर में शनिवार को ओपीडी सेवा बंद रहने से कई मरीजों को इलाज कराये बगैर लौटना पड़ा. वहीं दर्जनों मरीजों ने कहा कि अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद रहने से हम मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. यहां बच्चों का टीकाकरण से लेकर कई स्वास्थ्य व्यवस्था बंद है. कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ जो घटना घटी है, वो काफी निंदनीय है. सभी ने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. आज उक्त आरोपी के लिए सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं और यहां हमलोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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