साफाहोड़ समाज ने मकर संक्रांति पर परगना नदी में लगाई आस्था की डुबकी
साफाहोड़ समाज से जुड़े लोगों ने रानीपुर स्थित परगना नदी तट पर मंगलवार को मकर संक्रांति का त्योहार श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया.
हिरणपुर. रानीपुर स्थित परगना नदी तट पर मंगलवार को मकर संक्रांति का त्योहार श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर पहले साफाहोड़ समाज से जुड़े श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था और विश्वास के साथ पूजा-अर्चना की. कई श्रद्धालु सोमवार रात को ही नदी तट पर पहुंच गए थे और पूरी रात भगवान की आराधना में लीन रहे. मंगलवार की सुबह होते ही श्रद्धालुओं ने नदी में आस्था की डुबकी लगाई और भगवान भास्कर की पूजा की. इसके बाद नए कपड़े पहनकर सभी भक्तों ने मंत्रोच्चार के साथ गुरु बाबाओं व अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की. पूजा की थाला में फल, फूल और मिष्ठान भगवान को अर्पित किया.
अग्निकुंड पर नंगे पांव चले भक्त
इसके बाद यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था प्रकट की. यज्ञ के बाद कुछ स्थानों पर भक्तों ने अग्निकुंड में नंगे पांव चलकर भक्ति का प्रदर्शन किया. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. इस दौरान कई श्रद्धालु भगवान का स्मरण करते हुए झूमते हुए नजर आये.
लोगों ने नदी किनारे मेले का लिया आनंद
नदी किनारे मेले का भी आयोजन किया गया. मेले का परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों ने मिलकर आनंद लिया. मेले में खाने-पीने की चीजों के अलावा खिलौने, शृंगार सामग्री व अन्य सामान की दुकानें लगीं. वहीं मेला समिति की ओर से गुरु बाबाओं और साफाहोड़ समाज के लोगों में दर्जनों कंबल वितरित किए गये. समिति के अध्यक्ष कैलाश प्रसाद सिंह, सचिव जामु मरांडी आदि मौजूद थे.
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