कलश स्थापना के साथ ही शारदीय नवरात्र शुरू, शैलपुत्री की हुई पूजा
अमड़ापाड़ा प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को शारदीय नवरात्र की शुरुआत बांसलोई नदी से कलश में जल भकर कलश स्थापना के साथ हुई.
03 अक्टूबर फोटो संख्या-08 कैप्शन- पूजा अर्चना में शामिल श्रद्धालु नगर प्रतिनिधि, पाकुड़ अमड़ापाड़ा प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन को शुरुआत बांसलोई नदी से कलश में जल भरकर कलश स्थापना और प्रतिपदा का पाठ के साथ धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ किया गया. शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की विधिवत मंत्रोच्चारण कर पूजा किया गया. बनारस से आए पुरोहित के रूप में आचार्य नागेश मिश्र व सुनील मिश्र के साथ यजमान के रूप में पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव भगत उर्फ बबलू भगत के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ प्रतिपदा का पाठ का आरंभ किया गया. वहीं आचार्य सुनील मिश्रा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना के साथ नौ दिनों तक नौ स्वरूपों की पूजा उपासना की जाती है. इसके अलावा डुमरचीर एवं बासमती गांव में मां दुर्गा की प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना विधिवत मंत्रोच्चारण एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मौके पर दशरथ भगत, सरोज मंडल, संदीप ओझा, शम्भूनाथ झा, ओमप्रकाश भगत, संजय रजक, मनोज भगत, सुरेंद्र भगत, कुंदन भगत, राहुल कुमार सहित अन्य भक्तगण मौजूद थे.
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