कालाजार रोकथाम के लिए बालूमक्खी कलेक्ट करने पहुंची केंद्र की टीम
फाइलेरिया व कालाजार उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रमों की रूप रेखा की जानकारी लेने केंद्र व राज्य टीम पाकुड़ पहुंची है.
पाकुड़. जिले में फाइलेरिया व कालाजार उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रमों की रूप रेखा की जानकारी लेने केंद्र व राज्य टीम पाकुड़ पहुंची है. टीम ने लिट्टीपाड़ा के हेटबंधा, कैराबनी समेत अन्य गांव का निरीक्षण किया. मौके पर सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल आदि मौजूद रहे. सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में चल रहे एमडीए-आइडीए व कालाजार से संबंधित मॉनिटरिंग को लेकर केंद्र व राज्य की टीम आयी है. टीम ने लिट्टीपाड़ा के हेटबंधा, कैराबनी आदि गांवों का निरीक्षण किया है. वहीं एंटोमोलॉजिस्ट (कीट विज्ञान के विशेषज्ञ) के द्वारा बालू मक्खी का कलेक्शन किया जा रहा है. कालाजार से संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है. ग्रामीणों के रहन-सहन के बारे में जानकारी ली जा रही है. उन्हें कालाजार रोकथाम को लेकर अवगत कराया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कालाजार की बीमारी बालू मक्खी के काटने से होती है. उन्हें बताया जा रहा है कि कालाजार रोकने के लिए घरों में कीटनाशक का छिड़काव कराना जरूरी है. घरों की दीवारों, बथानों में कीटनाशक का छिड़काव कराने, आस-पास स्वच्छता रखने की सलाह दी जा रही है. बताया कि यह टीम 10 दिनों तक सभी प्रखंडों में गांवों का निरीक्षण करेंगी. निरीक्षण के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसे पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहल की जायेगी.
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