पाकुड़. शहर स्थित योग भवन में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने विहिप का 60 वां स्थापना दिवस मनाया. इसका उदघाटन बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय संगठन मंत्री वीरेंद्र विमल, आरएसएस के जिला संघ चालक श्रवण कुमार, विहिप के विभागीय मंत्री अशोक वर्मा ने संयुक्त रूप से किया. मुख्य अतिथि वीरेंद्र विमल ने विहिप के 60 वर्षों में दिए योगदान से कार्यकर्ताओं को अवगत कराया. कहा कि विश्व के तमाम हिंदुओं को एकजुट करने के लिए विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 1964 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन किया गया था. विहिप समाज से जात-पात और भेदभाव जैसे कुरीतियों को समाप्त करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि यदि भारत का इतिहास देखा जाए तो हमारे यहां वर्ण व्यवस्था थी ना की जाति व्यवस्था, जाति व्यवस्था एक साजिश के तहत हिंदू समाज को तोड़ने के लिए रची गयी, लेकिन हमें हिंदू समाज से जाति प्रथा को समाप्त करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर आंदोलन के साथ-साथ कई आंदोलन कर चुका है. अब संगठन सेवा का कार्य आगे बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ कतिपय कर्म के चलते अपनी संस्कृति को भूल रहे हैं. हमें अपनी संस्कृति को याद रखने की जरूरत है. आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम मतांतरित हुए अपने समाज के लोगों को पुनः अपने धर्म में वापसी कर रहे हैं. गौ रक्षा, मठ मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. मौके पर जगदीश प्रसाद, मधुसूदन प्रसाद, अरविंद घोष, विजय जायसवाल, संदीप मंडल, प्रतीक तिवारी, राम यादव, राजेश गौड़, प्रवीन भगत आदि मौजूद थे.
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