पाकुड़. एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस) संक्रमण को लेकर पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग इस वायरस को लेकर सतर्क है और अलर्ट मोड में काम कर रहा है. सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने बताया कि राज्य स्तर पर स्वास्थ्य सचिव के साथ वीसी के माध्यम से इस मुद्दे पर चर्चा की गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने इस संक्रमण के प्रभावी प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है. एचएमपीवी एक सामान्य सांस संक्रमण है, जिसके लक्षण कोविड से मिलते-जुलते हैं. इसका बचाव कोविड जैसे प्रोटोकॉल के पालन से किया जा सकता है, जैसे कि नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते या छींकते समय मुंह को ढकना, संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना और उनकी वस्तुओं को साफ रखना. यदि सांस की तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की दवा का सेवन नहीं करना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग इन्फ्लूएंजा और गंभीर सांस संक्रमण वाले मरीजों की नियमित निगरानी शुरू कर दिया है. संक्रमण नियंत्रण की प्रक्रियाओं को सख्ती से लागू किया जा रहा है. लोगों को घबराने की बिलकुल आवश्यकता नहीं है. अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधाएं पर्याप्त उपलब्ध है.
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